Varanasi: काशी में देव दीपावली का उत्साह इस बार भी अपने चरम पर होगा। इस बार लाखों दीपों से दशाश्वमेध घाट जगमग होगा। इस बार गंगा सेवा निधि की ओर से आयोजित देव दीपावली का आयोजन राष्ट्रवाद की थीम पर मनाया जाएगा। इसकी जानकारी गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने दी। उन्होंने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इस वर्ष का महोत्सव, विशेष रूप से शौर्य की रजत जयंती के रूप में मनाया जाएगा।


बताया कि हर साल की तरह, इस बार भी ‘एक संकल्प गंगा किनारे’ पहल के तहत गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने का संदेश दिया जाएगा। देव-दीपावली महोत्सव में देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं को गंगा तट पर संकल्प दिलाया जाएगा, जिसमें वे माँ गंगा की पवित्रता बनाए रखने में योगदान देने का वचन देंगे।

सुशांत मिश्रा ने बताया कि इस बार का आयोजन 15 नवंबर की शाम 4 बजे दशाश्वमेध घाट पर किया जाएगा, जिसमें प्रमुख अतिथियों में NDRF के महानिदेशक पीयूष आनंद, भरतीय थल सेना के लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता और अन्य गणमान्य अतिथि शामिल होंगे।

Varanasi: अमर बलिदानियों को भी किया जायेगा याद
सुशांत मिश्रा के मुताबिक, 1999 के कारगिल विजय के सम्मान में आयोजित ‘आकाशदीप संकल्प’ के तहत कार्तिक मास में वीर योद्धाओं की स्मृति में दीप प्रज्वलित किए जाते हैं। इस बार रजत जयंती के अवसर पर इस संकल्प का समापन भी देव-दीपावली महोत्सव के साथ ही होगा। साथ ही, राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर वीरों को ‘भगीरथ शौर्य सम्मान’ से भी सम्मानित किया जाएगा।

देशभक्ति गीतों से सराबोर होगी शाम
कार्यक्रम की शुरुआत गंगा सेवा निधि के संस्थापक पं. सत्येन्द्र मिश्र की स्मृति में पुष्पांजलि से होगी, इसके बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की प्रोफेसर रेवती साकलकर द्वारा देशभक्ति गीत और गणेश वंदना की प्रस्तुति दी जाएगी। समारोह में शामिल सुरक्षा बलों और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पण की जाएगी, जिसके बाद 39 जीटीसी के जवान गार्ड ऑफ ऑनर देंगे।
कार्यक्रम में देवी गंगा का वैदिक पूजन 21 ब्राह्मणों द्वारा, और दुर्गा चरण इंटर कॉलेज की कन्याओं के सहयोग से किया जाएगा। महाआरती के दौरान घाट दीपों से रोशन होगा, और मोहन राठौर एवं उनके साथी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देंगे।
Highlights

सुरक्षा और सेवा के विशेष प्रबंध
देव-दीपावली के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 24 सीसीटीवी कैमरे, भारत सेवा श्रम संघ के स्वयंसेवक, चिकित्सा टीम, और एनडीआरएफ की जल एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। साथ ही, श्रद्धालुओं से कोई अवैध वसूली न हो, इसके लिए गंगा सेवा निधि ने अपनी वेबसाइट [gangasevanidhi.in](http://gangasevanidhi.in) का शुभारंभ किया है, जहाँ से भक्त गंगा पूजन का अनुभव कर सकते हैं।