Dev Deepawali Date Confusion: विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली आगामी 27 नवम्बर को मनायी जायेगी। इस दिन देव दीपावली मनाने को लेकर 84 गंगा घाट समितियों समेत केन्द्रीय देव दीपावली महासमिति व दर्जनों पंचांगकारों ने इसका समर्थन (Dev Deepawali Date Confusion) कर दिया है। इस तिथि को देवदीपावली मनाने को लेकर सभी अडिग हैं। बुधवार को पराड़कर स्मृति भवन में पत्रकारों से बातचीत के केन्द्रीय देवदीपावली महासमिति के अध्यक्ष आचार्य वागीश दत्त मिश्र, गंगा सेवा निधि के हनुमान यादव ने दी।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष पंचांगों में सनातनियों के पर्वों त्योहारों पर जिस प्रकार से भेदभाव सामने आये हैं, वह चिंतनीय हैं। इस वर्ष देव दीपावली का महोत्सव कार्तिक पूर्णिमा उदया तिथि वाली यानी सूर्योदय की पूर्णिमा, स्नान दान व्रत की पूर्णिमा, यानी प्रशस्त पूर्णिमा को यानी अंग्रेजी तिथि 27 नवम्बर को सायंकाल मनाने का निर्णय लिया गया है।

Dev Deepawali Date Confusion: पहले भी हो चुकी है भ्रम की स्थिति
पूर्व में भी देव दीपावली (Dev Deepawali Date Confusion) के आयोजन के संदर्भ में जब एक बार ऐसा ही भ्रम पैदा हुआ था तो देव दीपावली महोत्सव के प्रधान संरक्षक काशी नरेश डॉ० विभूति नारायण सिंह ने काशी के विद्वानों से परामर्श कर यह निर्णय लिया था कि जिस दिन उदया तिथि की पूर्णिमा होगी उस दिन ही देव दीपावली मनाई जाएगी। इस वर्ष भी काशी में उदया तिथि की पूर्ण पूर्णिमा 27 नवम्बर को देव दीपावली मनायी जायेगी। विभिन्न देव दीपावली एवं गंगा आरती की संस्थाओं ने बैठक कर एक मत से यह निर्णय लिया है।
पत्रकार वार्ता में देव दीपावली महोत्सव के आयोजन समितियों के साथ पंचांगकार गणेश आपा पंचांग के पंचांगकार आदित्य महस्कर, हनुमान पंचांग के संपादक श्रीकांत तिवारी, शिवगोविंद पंचांग के संरक्षक पं. गंगाधर उपाध्याय, ऋषिकेश पञ्चाङ्ग के सम्पादक शिवमूर्ति उपाध्याय,विश्व पंचांग के प्रधान सम्पादक सत्येंद्र मिश्र,अन्नपूर्णा पञ्चाङ्ग के सम्पादक श्रीकांत मिश्र, एवं महावीर पञ्चाङ्ग के संपादक रामेश्वर नाथ ओझा, महासमिति के मीडिया प्रभारी रमन कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।