वाराणसी। उत्तर प्रदेश में शीतलहर अपने चरम पर है। बर्फीली पछुआ हवाएं लगातार कहर बरपा रही हैं। सुबह और रात को छोड़िए, दिन में भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल रही है। गुरुवार और शुकवार को हलकी धूप निकली। लेकिन वह भी ठंड और गलन कम करने में नाकाम रही।
पिछले 24 घंटो में राज्य में सबसे ज्यादा ठंड झांसी में रही। यहां पारा 3.9 डिग्री तक लुढ़क गया। इसके अलावा कानपुर में 4.4 और अयोध्या में 4.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा। मौसम विभाग ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। साथ ही अगले 24 घंटों में कई जिलों में कड़ाके की सर्दी का पूर्वानुमान भी जारी किया है।
इन राज्यों में अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, गोरखपुर, देवरिया, संतकबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, गोंडा, बलरामपुर में दिन के समय भी ठंड से लोग कापेंगे। वहीँ आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, सिद्धार्थ नगर, महाराजगंज, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखनऊ, बारांबकी, रायबरेली और अमेठी में घना कोहरा होने की संभावनाएं हैं।

ठंड ने तोड़ा 10 वर्ष का रिकॉर्ड
वाराणसी में अधिकतम तापमान ने 10 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ा है। बीते 10 वर्षों की बात की जाय, तो पारा 14 डिग्री से नीचे नहीं आया था। गुरुवार को वाराणसी का अधिकतम तापमान 13 डिग्री व न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पछुआ हवाओं ने लोगों को घरों में दुबके रहने पर मजबूर कर दिया है। गुरुवार और शुकवार को निकली हलकी धूप भी लोगों की ठिठुरन भगाने में असफल रही। लोग जहां-तहां बैठे काँप रहे हैं। घाटों और गलियों में लोग गलन के मरे बेहाल हैं।
अभी और बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ा दी है। वाराणसी में अभी और ठंड बढ़ने का अनुमान है। यहां अभी और ठंड बढ़ेगी। ठंड और शीतलहर के कारण वाराणसी में इंटर तक के सभी स्कूल 7 जनवरी तक बंद कर दिए गए हैं।