Easter Sunday
- मसीही समाज में चारों तरफ खुशियां मनायी गई
- आराधना में जुटे मसीही
राधेश्याम कमल
वाराणसी। गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद प्रभु यीशु मसीह फिर जीवित हो उठे। रविवार को गिरजाघरों में ईस्टर का पर्व मनाया गया। इसमें भारी संख्या में मसीही समाज के लोगों ने भाग लिया। सुबह अपने हाथों में कैंडिल लेकर चर्च में मसीही समाज के लोग पहुंचे और वहां पर प्रार्थना की। सेंट मेरीज महागिरजा बिशप यूजीन जोसेफ, लाल गिरजा में पादरी संजय दान, सेंट पाल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोसुवा सिंह, सेंट थामस चर्च गोदौलिया में पादरी न्यूटन स्टीवन, बेथेलफुल गोस्पल चर्च में पास्टर एंडू थामस,ईसीआई चर्च सुंदरपुर में पास्टर नवीन जाय व पास्टर दशरथ पवार, चर्च आफ बनारस पास्टर बेनजान, रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार ने आराधना करायी।
इसके साथ ही ईस्टर के महत्व पर प्रकाश डाला गया। तेलियाबाग चर्च, फातिमा चर्च, सेंट फ्रांसिस आफ असीसी चर्च सहित अन्य चर्चों में भी प्रार्थना सभी का आयोजन किया गया। घरों व चर्चों में लोगों ने प्रभु यीशु मसीह के जीवित हो जाने पर खुशी पर कैरोल गीत गाया। मसीही समुदाय के लोग अपने प्रियजनों की कब्रों पर श्रद्धा के फूल अर्पित किये।
मध्य रात्रि में ही शुरू हुआ जश्न
प्रभु यीशु मसीह के जीवित हो जाने पर खुशी में गिरजाघरों से लेकर घरों तक आकर्षक सजावट की गई थी। हर तरफ लोग खुशियां मनाते दिखे। संडे को जहां ईस्टर बन व एग खिला कर लोग एक दूसरे को मुबारकबाद देते हुए दिखे। वहीं ईस्टर का जश्न सेंट मेरीज महागिरजा समेत तमाम गिरजाघरों में भी यीशु के जीवित हो उठने की खुशी में मध्य रात्रि से ही शुरू हो गया था।बच्चों से लेकर बड़ों तक इसमें भागीदारी की।