Election Agenda: डेढ़ साल पहले राजस्थान के उदयपुर में हुआ कन्हैया लाल हत्याकांड अब चुनावी मुद्दा बन गया है। अब इस हत्याकांड को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं और इसके लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
गौरतलब है कि उदयपुर के रहने वाले पेशे से टेलर कन्हैया लाल की दो हमलावरों ने घर में घुसकर धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी थी। हत्यारों ने इस दौरान विडियो भी बनाया था। इस हत्याकांड के बाद जब यह विडियो वायरल हुआ, तब उदयपुर में तनाव का माहौल बन गया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कन्हैया लाल ने बीजेपी की प्रवक्ता रही नुपुर शर्मा की टिपण्णी का विडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। ये विडियो नुपुर शर्मा के पैगम्बर मोहम्मद से जुड़ी टिप्पणी को लेकर था। घटना के बाद पुलिस ने वायरल विडियो की मदद से आरोपियों को पहचान कर गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद इस मामले [Election Agenda] की जांच एजेंसी [NIA] को सौंप दिया गया था।
राजस्थान में कन्हैया लाल हत्याकांड के बाद राजनीति [Election Agenda] शुरू हो गई थी। जिसमें बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे थे। अब चुनाव की तारीख नजदीक आते ही यह मुद्दा फिर से सुर्ख़ियों में है। एक ओर पीएम मोदी इस घटना के लिए कांग्रेस की राजनीति और सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। तो, दूसरी ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हत्या का कनेक्शन बीजेपी से जोड़ रहे हैं।
Election Agenda: पीएम मोदी ने गहलोत सरकार पर लगाए आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर रिएक्शन देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि कन्हैयालाल की हत्या के पीछे बीजेपी के लोग थे। अपने इस दावे [Election Agenda] को लेकर अशोक गहलोत ने दलील दी है कि हत्या के आरोपियों को छुड़ाने के लिए बीजेपी नेताओं ने पैरवी की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों में कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र [Election Agenda] कर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश करते हैं और तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए बीजेपी शासन का फर्क समझाते हैं। खास बात यह है कि पीएम मोदी कन्हैयालाल केस का जिक्र सिर्फ राजस्थान की चुनावी रैलियों में नहीं करते हैं, मध्य प्रदेश की चुनावी रैलियों में भी इसका जिक्र कर कांग्रेस और आरोप लगाते हैं।
राजस्थान के चितौड़गढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं, ‘राजस्थान में खुले आम गला काट दिया जाता है… सरकार देखती रहती है… विकास के विरोधी जहां भी जा रहे हैं तुष्टीकरण ला रहे हैं’ – यही बयान वो मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच ग्वालियर की रैली में भी दोहराते हैं।
रैली में बैठी भीड़ से संवाद करते हुए मोदी पूछते हैं, ‘आप मुझे बताइये… जो उदयपुर में हुआ… कभी आपने कल्पना भी की थी… जिस राजस्थान ने दुश्मन पर धोखे से वार न करने की परंपरा को जिया है… उस राजस्थान की धरती पर इतना बड़ा पाप [Election Agenda] हुआ है… कपड़े सिलाने के बहाने लोग आते हैं… बिना डर, बिना खौफ… टेलर का गला काट देते हैं – और वीडियो बना कर गर्व से वायरल कर देते हैं।’
कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए, मोदी कहते हैं, ‘राजस्थान में कब दंगे भड़क जायें… कब कर्फ्यू लग जाये… कोई नहीं जानता… दंगाई हो, अपराधी हो, उसे भाजपा सरकार ही ठीक कर सकती है… ये हमारा ट्रैक रिकार्ड है।’
अशोक गहलोत बता रहे हैं घटना का बीजेपी कनेक्शन
प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया में अशोक गहलोत भी राहुल गांधी की तरह ही बीजेपी के साथ विचारधारा की लड़ाई का हवाला देते हैं। अशोक गहलोत का आरोप है कि बीजेपी धर्म के नाम पर लोगों को भड़का रही है। गैर जरूरी चीजों को चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। अशोक गहलोत बीजेपी नेतृत्व को सलाह देते हैं कि मुद्दों पर नीतियों पर बात करने के लिए आगे आये और लड़ाई को विचारधार तक ही सीमित रखें।
अशोक गहलोत का कहना है, ‘जो प्रधानमंत्री जी बोले हैं बहुत ही अस्वीकार्य है हम लोगों को… और मैं नम्र निवेदन करना चाहूंगा प्रधानमंत्री जी से कि कृपा करके इस प्रकार का माहौल नहीं बनाएं देश के लिए… देश के हित में नहीं है… समाज के हित में नहीं है।’