वाराणसी। चौबेपुर थाना अंतर्गत भगतुआ स्थित पुरानी पेट्रोल टंकी के पास शराब खरीदने के विवाद में मंगलवार को मुक्तिनाथ तिवारी नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए चंदौली में दबिश दी। जिसके बाद चंदौली निवासी CRPF के जवान और उसके परिवार के एक व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दोनों पर कानूनी कार्यवाही करते हुए पुलिस ने गुरुवार को दोनों को अदालत में प्रस्तुत कर न्यायिक कस्टडी में जेल भेज दिया।
चौबेपुर थाना क्षेत्र के कुकुड़हा निवासी सीआरपीएफ के रिटायर्ड इंस्पेक्टर भोलानाथ तिवारी का बेटा मुक्तिनाथ तिवारी जाल्हुपुर विद्युत उपकेंद्र में संविदा पर मीटर रीडिंग का काम करता था। मंगलवार की शाम मुक्तिनाथ घर से भ्ग्तुआ बाजार में कुछ सामान लेने जा रहा था।
भगतुआ स्थित पुरानी पेट्रोल टंकी के पास बाइक सवार दो लोगों द्वारा लाठी-डंडे और इंट से किये गये हमले में मुक्तिनाथ की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस घटना में शामिल बाइक के मालिक को रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से चंदौली से खोज निकाला। जिसे चौबेपुर थाने लाकर पूछताछ की गई। पकडे गये व्यक्ति ने बताया कि वाराणसी के फुलवरिया गाँव निवासी सीआरपीएफ के जवान के पिता ने एक वर्ष पहले उससे बाइक करीदी थी। जिसका पेपर ट्रान्सफर अभी तक बाकी था।
24 घंटे के अंदर पुलिस ने किया हत्या का खुलासा
बाइक के मालिक के जानकारी होने पर पुलिस वहां पहुंची और परिजनों की मदद से पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि भगतुआ स्थित पुरानी पेट्रोल टंकी के पास शराब की दुकान पर शराब जल्दी लेने के चक्कर में मुक्तिनाथ से उन दोनों की कहासुनी हुई। इस दौरान मुक्तिनाथ ने दोनों को बाहरी समझकर थप्पड़ मार दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हो गई। मामला लाठी-डंडे और इंट-पत्थर तक पहुंच गया। दोनों ने मुक्तिनाथ पर ताबड़तोड़ हमले किये और वहां से फ्रार्हो गए। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्हें जरा सा आभास भी नहीं था कि मुक्तिनाथ की मौत हो जाएगी।
मृतक मुक्तिनाथ तिवारी का 8 माह का बच्चा है। वहीं उसकी पत्नी रेनू तिवारी का रो-रो क्र बुरा हाल है। मुक्तिनाथ के पिता भोलनाथ तिवारी CRPF से रिटायर इंस्पेक्टर हैं। उन्हीं की तहरीर पर पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए 24 घंटे के भीतर आरोपियों को पकड़ा।