वाराणसी। विद्युत् विभाग के कर्मचारियों की 72 घंटे की हड़ताल गुरुवार रात 10 बजे से शुरू होते ही शहर की बिजली व्यवस्था भी चरमराने लगी। शहर के कुछ हिस्सों में गुरुवार की सुबह से बिजली कटौती कर दी गई थी। वहीँ कुछ हिस्सों में शुक्रवार की सुबह से बिजली कटौती का असर दिखने लगा। शहर की घनी आबादी बिजली से परेशान है। जिसके कारण लोगों में विभाग के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वहीं वरुणापार इलाके में 24 घंटे से ज्यादा समय से बिजली नदारद होने से लोगों को पीने के पानी की भी समस्या होने लगी। जिसके बाद यहां लोग आक्रोशित रूप से धरने पर बैठ गए।
धरने पर बैठे लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने पहले ही हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम दे दिया था, बावजूद इसके बिजली विभाग ने इसके लिए कोई तैयारी नहीं की। अब बिजली कटौती हो रही है और शिकत करने पर सिर्फ आश्वासन के अलावा कोई समाधान नहीं होता दिख रहा है।
वाराणसी व्यापार मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा के नेतृत्व में धरने पर बैठे लोगों ने बताया कि हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करने पर कॉल कोई उठाता तक नहीं है। क्षेत्र में 24 घंटे से ज्यादा समय से बिजली नहीं है, लेकिन कोई अधिकारी हमारी समस्या को सुनने वाला नहीं है। धरना प्रदर्शन में वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा, महामंत्री कविन्दर जायसवाल, खजूरी पार्षद मयंक चौबे एवं क्षेत्रीय व्यापारी उपस्थित रहे।