- ‘जनसंदेश टाइम्स’ की 11वीं वर्षगांठ के अवसर पर बोले विशिष्टजन
- समाज को दिशा देने की जिम्मेदारी पत्रकारों पर है : प्रो. एके त्यागी
- छोटे पौधे के रूप शुरु ‘जनसंदेश टाइम्स’ आज हुआ वटवृक्ष : प्रो. एसएस कुशवाहा
- उल्लेखनीय कार्य करने वाले हुए सम्मानित, कई लोगों को किया पुरस्कृत
सुरोजीत चटर्जी
वाराणसी। बीते कुछ वर्षों में आयी सूचना क्रांति के कारण पत्रकारिता जगत के तौर-तरीकों में तेजी से बदलाव आया है। वहीं, हिन्दी पत्रकारिता के वर्तमान को देखें तो बड़े घराने पूरी की पूरी पत्रकारिता की मूल आवाज का मार रही है। इधर, कई उतार-चढ़ावों के बावजूद कड़ी मेहनत और तेवर के चलते ही ‘जनसंदेश टाइम्स’ ने आम लोगों के बीच अपनी गहरी पैठ बनायी है। यदि पत्रकारिता को सही मायने में जिंदा रखना है तो सवाल, संवाद और जनसरोकारों को जिंदा रखना होगा। सवाल समाज के अंतिम पायदान पर खड़े आम आदमी के हित में हो। जबकि संवाद किसी मामले की जांच-परख व विश्लेषण देकर आगे के रास्ता दिखाते हुए व्यवस्था का जवाबदेह बनाता है।
‘जनसंदेश टाइम्स’ की 11वीं वर्षगांठ पर सोमवार तेलियाबाग स्थित कार्यालय सभागार में आयोजित समारोह में वक्ताओं ने यह विचार व्यक्त किये। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एवं रांची विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. सुरेंद्र सिंह कुशवाहा के मुख्य आतिथ्य में हुए कार्यक्रम में भारी उत्साह दिखा। निदेशक शाश्वत अग्रवाल और महाप्रबंधक दिनकर उपाध्याय के विशिष्ट आतिथ्य में ‘जनसंदेश टाइम्स’ परिवार से जुड़े विभिन्न लोगों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। अपने-अपने क्षेत्र में रहते हुए महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लोग सम्मानित हुए।

समाज को दिशा देने की जिम्मेदारी पत्रकारों पर
इस अवसर पर प्रो. त्यागी ने कहा कि समाज को दिशा देने की जिम्मेदारी पत्रकारों पर है। ‘जनसंदेश टाइम्स’ सभी पक्षों पर पैनी नजर रखते हुए अपनी बात कहता है। वर्तमान मोबाइल युग में सबकुछ होते हुए भी लोग इस समाचार-पत्र को इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि इसमें उन्हें वह सबकुछ मिल जाता है जो उन्हें चाहिए। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के विद्यार्थी प्रतिदिन सबसे पहले इसी अखबार को पढ़ते हैं। वहीं, प्रो. कुशवाहा ने कहा कि छोटे-से पौधे के रूप में रोपा गया ‘जनसंदेश टाइम्स’ आज वटवृक्ष हो गया है। संस्थान के सभी सदस्य पूर्ण रूप से सजग रहते हुए अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।
हिंदी पत्रकारिता का अतीत अत्यंत स्वर्णिम
संस्थान के महाप्रबंधक दिनकर उपाध्याय ने स्वागत संबोधन में कहा कि किसी भी संस्थान की तरक्की में उसके सदस्यों की ही मुख्य भूमिका रहती है। ‘जनसंदेश टाइम्स’ की टीम ने इसे साबित कर दिखाया है। संपादक प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता का अतीत अत्यंत स्वर्णिम रहा है। देश की आजादी का आंदोलन भी उससे जुड़ा रहा। स्वतंत्रता आंदोलन के दौर की पत्रकारिता के बाद गत कुछ साल में तकनीकी स्तर पर हुए परिवर्तन और सूचनाओं के प्रचार की आंधी ने वर्तमान पत्रकारिता को पेशेवर बना दिया है। आरंभ में आचार्य डॉ. दिनेश चंद शुक्ल ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। सिटी चीफ जितेंद्र श्रीवास्तव के संचालन में मुख्य संवाददाता सुरोजीत चैटर्जी ने आभार व्यक्त किया।

ब्यूरो चीफ हुए पुरस्कृत
- प्रथम : अमित कुमार राय आजमगढ़
- द्वितीय : रोशन जायसवाल बलिया
- तृतीय : अजय कुमार सिंह गाजीपुर
इनको मिला ‘कर्मयोगी’ पुरस्कार
- हरिद्वार राय ब्यूरो प्रमुख मऊ
- शशिकांत चौबे ब्यूरो प्रमुख सोनभद्र
- आरिफ हाशमी ब्यूरो प्रमुख चंदौली
- शहनवाज खान ब्यूरो प्रमुख भदोही
- महर्षि सेठ ब्यूरो प्रमुख जौनपुर
- संजय दुबे ब्यूरो प्रमुख मीरजापुर
- अनूप मिश्र ब्यूरो प्रमुख प्रयागराज
वाराणसी जिले में यह रहे अव्वल
- प्रथम : इरफान हाशमी, हरहुआ
- द्वितीय : मनोज श्रीवास्तव, रामनगर
- तृतीय : जितेंद्र अग्रहरि, जंसा
इनको मिला उत्कृष्टता सम्मान
- डॉ. दिलीप सिंह-सर्वश्रेष्ठ संपादकीय प्रबंधन
- रतन सिंह-सर्वश्रेष्ठ संपादकीय प्रबंधन
- जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव बेस्ट रिपोर्टिंग, स्टोरी तथा कोआॅर्डिनेशन
- सुरोजीत चैटर्जी बेस्ट रिपोर्टिंग एवं स्टोरी
- राधेश्याम कमल बेस्ट रिपोर्टिंग
- रवि प्रकाश सिंह बेस्ट रिपोर्टिंग
- अश्वनी कुमार श्रीवास्तव बेस्ट रिपोर्टिंग
- राघवेंद्र केशरी-बेस्ट रिपोर्टिंग अवार्ड
- शंकर चतुर्वेदी बेस्ट ऑफ़ बीट फोटो एवं इवेंट फोटोग्राफी
- बीबी यादव बेस्ट इवेंट फोटोग्राफी
- संतोषी शुक्ला बेस्ट एचआर मैनेजमेंट
- अमित कुमार केशरी बेस्ट अपकंट्री मैनेजमेंट
- अभिषेक सेठ बेस्ट पोर्टल एडिटिंग
- शोएब अख्तर सिद्दिकी बेस्ट विज्ञापन मैनेजमेंट
- पीयूष श्रीवास्तव बेस्ट विज्ञापन मैनेजमेंट
- रवि शंकर लाल बेस्ट विज्ञापन मैनेजमेंट
- संतोष कुमार श्रीवास्तव बेस्ट विज्ञापन मैनेजमेंट
- सत्यप्रकाश सिंह चौहान बेस्ट फोटो डिजाइनिंग
- कैलाश नाथ विश्वकर्मा बेस्ट सिस्टम मैनेजमेंट
- राजीव कुमार श्रीवास्तव बेस्ट विज्ञापन डिजाइनर
- राजेश सिंह बेस्ट प्रसार मैनेजमेंट
- मनोज कुमार बेस्ट पेजीनेशन
- सौरभ जायसवाल बेस्ट पेजीनेशन एंड डिजाइनिंग
- सुधीर कुमार बेस्ट आईटी सर्विसेज
- राजकुमार कुशवाहा बेस्ट पेजीनेशन
- हिमांशु सिंह बेस्ट प्रसार सहायक
- गौरी मौर्या बेस्ट पेजीनेशन ट्रेनी
- सुहानी वर्मा बेस्ट पेजीनेशन ट्रेनी
- अरुण सिंह बेस्ट विज्ञापन मैनेजमेंट
- राजू पटेल बेस्ट इलेक्ट्रिशियन एफिशिएंस
- रामजी यादव बेस्ट सर्विस मैनेजमेंट
- मोहित यादव बेस्ट सर्विस मैनेजमेंट
- कमलेश कुमार केके न्यूज पेपर एजेंसी
वाराणसी शहर व देहात क्षेत्र के संवाददाताओं को पुरस्कार
- राकेश सिन्हा-विद्युत विभाग
- संतोष कुमार दूबे-मिर्जामुराद
- विनीत त्रिपाठी-कछवां रोड
- विनोद सिंह-सेवापुरी
- कृष्ण मोहन गुप्ता उर्फ बग्गा-पिंडरा
- जयशंकर पांडेय-बड़ागांव
- अरविंद कुमार मिश्रा-बाबतपुर
- अभय यादव-चोलापुर
- इंद्र बहादुर सिंह-दानंगज
- रामदुलार यादव-चांदमारी
- राहुल सेठ-चौबेपुर
- मधुकर मिश्रा-मुनारी
- जयराम पांडेय-काशी विद्यापीठ
- अखिलेश पांडेय-सिंधोरा
- संतोष-चिरईगांव
- देव कुमार केशरी-मंडलीय अस्पताल
- विकास चक्रवाल-महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ
- कामाख्या पांडेय-लंका/भेलूपुर
- कृष्ण कुमार-मंडुवाडीह
- वीरेंद्र पांडेय-सारनाथ
- अनंत कुमार वर्मा-शिवपुर
- दिलशाद अहमद-आदमपुर/कोतवाली
- नवीन प्रधान श्रीवास्तव-तरना
साझा किये अनुभव
समारोह के आरंभ में संस्थान के सहयोगी रामदुलार यादव ने स्वरचित गीत ‘अपनी लेखनी में ऐ शूरवीरों ज़ंग अब क्यूं लगा रहे हो, आज़ादी को परवान चढ़ाने वाले अपनी नियत क्यों गिरा रहे हो’ सुनाकर मानो एक स्वत:स्फूर्त विषय दे दिया। वहीं, कई अन्य सहयोगियों ने ‘जनसंदेश टाइम्स’ के साथ काम करते हुए अपने-अपने अनुभव साझा किये।