- अस्सी से राजघाट तक अजय राय ने की पदयात्रा
वाराणसी। कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि गंगातट के घाटों की साफ-सफाई के दावे गलत है। मणिकर्णिका पर शवदाह आदि के लिए आने वालों के लिए सुविधाओं का अभाव है। यहां शौचालय नहीं है। कई घाटों की सीढ़ियां दरक रही हैं। घाट अपना किनारा छोड़ रहे हैं। इन घाटों को सुरक्षित रखने की पहल नहीं हो रही है। गंगा में आज भी नाले गिर रहे हैं।

कांग्रेस नेता अजय राय सोमवार को पार्टी वर्करों के साथ अस्सी घाट से राजघाट तक पदयात्रा एवंघाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि घाटों पर व्याप्त गंदगी, अव्यवस्था, दरकती हुई घाट की सीढ़ियां, गंगा में गिर रहे मलजल आदि की रोकथाम नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि काशी आध्यात्म, ज्ञान व संस्कृति की पुरातन नगरी है और इसकी पहचान खत्म करने की कोशिश की जा रही है। कुछ चुनिंदा घाटों को छोड़कर अन्य घाटों का हाल खराब है। गंगा को निर्मल कर लिये जाने के दावे गलत हैं।
पदयात्रा में कार्यक्रम संयोजक राघवेंद्र चौबे, दुर्गा प्रसाद गुप्त, फसाहत हुसैन बाबू, मनीष मोरोलिया, पंकज चौबे, विश्वनाथ कुंवर, प्रिंस राय खगोलन, चंचल शर्मा, तरंग सेठ, हसन मेहंदी कब्बन, पूनम कुंडू, विनय शडेजा, तुफैल असारी, अनुपम राय, श्रवण गुप्ता, राजेंद्र गुप्ता, शाहिद जमाल, राजकुमार मिश्र, विपिन मेहता, किशन यादव, दुर्गा साहनी, विपिन पाल, विजय गुप्ता, रामजी गुप्ता, आनंद चौबे, इम्तियाज, कृष्णा गौड़, नवीन पटवानी आदि रहे।