Suryaan Mission Aditya L1 : चंद्रयान-3 की चांद पर फतेह के बाद भारत अब सूरज की ओर छलांग लगाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सूर्य के तेज से विज्ञान को प्रकाशित करने के लिए भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य-एल1 लांच हो चूका है।

आदित्य-एल1 को आज ISRO ने श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च किया। पूरी तैयारी के साथ आदित्य-L1 मिशन को लॉन्च किया गया। इसे लांच व्हीकल PSLV-C57 से लॉन्च किया गया है।


लॉन्चिंग से लेकर ऑर्बिट इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया में तीन चरण बनाये गये हैं। वहीं इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य L1 (Suryaan Mission Aditya L1) के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है। आदित्य L1 को पृथ्वी से निकलने और लैग्रैंज प्वाइंट तक पहुंचना है वहीं धरती से सूरज तक का सफर पांच फेज में होगा। और इस प्रक्रिया में 125 दिन यानी करीब 4 महीने का वक्त लगेगा।

आदित्य L1 (Suryaan Mission Aditya L1) को रॉकेट पृथ्वी की निचली कक्षा में छोड़ेगा। करीब 63 मिनट 19 सेकेंड बाद स्पेसक्राफ्ट 235 x 19500 Km की ऑर्बिट में पहुंच जाएगा। आदित्य स्पेसक्राफ्ट करीब 4 महीने बाद लैगरेंज पॉइंट-1 (L1) तक पहुंचेगा। इस पॉइंट पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता, जिसके चलते यहां से सूरज की स्टडी आसानी से की जा सकती है। इस मिशन की अनुमानित लागत 378 करोड़ रुपए है।

Suryaan Mission Aditya L1 : इससे जुड़ी अन्य जानकारी
आदित्य स्पेसक्राफ्ट को L1 (Suryaan Mission Aditya L1) पॉइंट तक पहुंचने में करीब 125 दिन यानी 4 महीने लगेंगे। ये 125 दिन 3 जनवरी 2024 को पूरे होंगे। अगर मिशन सफल रहा और आदित्य स्पेसक्राफ्ट लैग्रेंजियन पॉइंट 1 पर पहुंच गया, तो नए साल में इसरो के नाम ये बड़ी उपलब्धि होगी।