भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका से एक बड़ी दर्दनाक खबर (Flood) सामने आ रही है। श्रीलंका में सप्ताह भर से हो रही भारी भारिश की वजह से वहां की हालत काफी गंभीर हो गयी है। भीषण बारिश के कहर की वजह से वहां बाढ़ और भूस्खलन आ गया। जिसने इतनी जबरजस्त तबाही मचा रखी है कि जिससे स्थिति भयावह हो गई है। अब तक लगभग 56 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 21 लोग लापता भी हैं। इस सदी में श्रीलंका में सबसे भीषण बाढ़ जून 2003 में आई थी, जब 254 लोगों की मौत हुई थी और लाखों लोग विस्थापित हो गए थे।
चक्रवात से हुआ बुरा हाल
सबसे ज्यादा बुरा हाल तो तब हुआ जब ‘Ditwah’ नाम का एक गहरा निम्न दबाव ,चक्रवात में बदल गया। उसके बाद वो देश के पूर्वी तट से आ टकराई। परिणामस्वरूप बारिश में और तेजी (Flood) आ गयी। डिज़ास्टर मैनेजमेंट सेंटर (DMC) के अनुसार, मध्य श्रीलंका के चाय उत्पादन वाले बदुल्ला ज़िले में देर रात भूस्खलन हुआ। जो वहां बसे घरों पर गिर पड़ा, जिसमें 21 लोगों की मौत हो गई।।
Flood में लोगों के बहे जा रहे घर
सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा और उसमें साफ़ नजर आ रहा है कि किस तरह बाढ़ (Flood) के पानी में लोगों का घर बहे जा रहा है। उसके अलावा कस्बों के पास से तेज़ धाराएँ होकर गुजर रही हैं, जिनसे लोग घबराये हुए हैं। ऐसी गंभीर स्थिति को देखते हुए देशभर की ज्यादातर ट्रेन सेवाओं को रद्द कर दिया गया है। कई प्रमुख राजमार्ग को भी बंद कर दिया गया है। एडवांस्ड लेवल परीक्षाएँ (A-levels) देने वाले छात्रों की परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है।
निचले क्षेत्रों में रेड-लेवल फ़्लड वॉर्निंग
श्रीलंका के नदियों में लगातार पानी बढ़ (Flood) रहा है। DMC ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है। DMC ने बताया कि अभी तक लगभग 44,000 लोग इस भीषण मौसम से प्रभावित हुए हैं। सिंचाई विभाग ने अगले 48 घंटों के भीतर केलानी नदी घाटी के निचले क्षेत्रों के लिए रेड-लेवल फ़्लड वॉर्निंग जारी कर दी है। मौसम विभाग ने बताया कि मध्य और उत्तरी श्रीलंका के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को 200 मिमी (7।8 इंच) से अधिक बारिश हो सकती है।
बचाव कार्य के लिए 20,500 सैनिकों को तैनात
साथ ही देशभर में राहत और बचाव कार्यों के लिए 20,500 सैनिकों को तैनात किया गया एयर फ़ोर्स के अनुसार, हेलीकॉप्टर ने एक व्यक्ति को सुरक्षित निकाला जो पूरी रात एक नारियल के पेड़ पर चढ़कर बचने की कोशिश कर रहा था। हालाँकि श्रीलंका इस समय मानसून सीज़न से गुजर रहा है, लेकिन इस स्तर की चरम मौसम की घटनाएँ दुर्लभ होती हैं। इस सदी में श्रीलंका में सबसे भीषण बाढ़(Flood) जून 2003 में आई थी, जब 254 लोगों की मौत हुई थी और लाखों लोग विस्थापित हो गए थे।
बाढ़ का सामना कर रहा दक्षिण-पूर्व एशिया
साथ ही आपको बता दें कि इस समय दक्षिण-पूर्व एशिया भी वर्षों में सबसे भीषण बाढ़(Flood) का सामना कर रहा है। इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड में लाखों लोग प्रभावित हैं।इंडोनेशियाई अधिकारियों के मुताबिक 127 लोगों की मौत हुई है, जबकि थाई अधिकारियों ने बताया कि वहाँ मृतकों की संख्या 145 तक पहुँच गई है।
प्रधानमंत्री ने इस घटना पर शोक जताते हुए कहा x पर पोस्ट किया
मेरी गहरी संवेदनाएँ श्रीलंका के उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने चक्रवात ‘दित्वाह’(Flood) के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रभावित परिवारों की सुरक्षा, धैर्य और शीघ्र पुनर्प्राप्ति की प्रार्थना करता हूँ।
अपने निकटतम समुद्री पड़ोसी के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए, भारत ने ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ के तहत राहत सामग्रियाँ और महत्वपूर्ण HADR सहायता तुरंत भेजी है। स्थिति के अनुसार भारत और अधिक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है।
