Flood: पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। इसी कारण काशी में भी मां गंगा के जलस्तर में वृद्धि काफी तेजी से और ज्यादा हो गई है। गंगा के जलस्तर अब 8 सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से बढ़ने लगा है। इस समय जलस्तर 68.02 मीटर पहुंच गया। गंगा का जलस्तर (Flood) बढ़ने की वजह से जहाँ एक ओर घाटों का संपर्क आपस में टूट गया है। वहीं उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों की धड़कनें तेज होने लगी है।

गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। घाटों की सीढि़यां (Flood) डूब गई हैं। जलस्तर बढ़ने से सभी घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। आवागमन में भी काफी दिक्कतें होने लगी है।
Flood: पर्यटक लौट जा रहे वापस
वहीं अगर बात करें काशी आने वाले पर्यटकों की तो अब पर्यटक नौका विहार नहीं कर पा रहे हैं और घाटों का संपर्क टूट (Flood) जाने के कारण मायूस हो कर लौट जा रहे हैं क्योंकि वह एक घाट से दूसरे घाट तक सफ़र को तय नहीं कर पा रहे है।
बदला शवदाह और गंगा आरती का स्थान
गंगा के बढे जलस्तर (Flood) के वजह से मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट पर सीढ़ियों पर ही शवदाह हो रहा है। सीढ़ियों पर शवदाह होने से लोगों को समस्याएं होने लगी है। शवदाह कराने के लिए दो से तीन घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। उधर, हरिश्चंद्र घाट पर भी शवदाह का स्थान बदल गया है।
वहीं दशाश्वमेध घाट और अस्सी घाट पर पर मंगलवार को भी ऊपर ही गंगा आरती सम्पन्न कराई गई। प्रशासन ने सभी आरती समितियों को घाट पर आरती न कराकर छत्तों या किसी ऊंचे स्थानों व सांकेतिक (Flood) आरती कराने को कहा है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा जलस्तर गंगा का जलस्तर प्रतिघंटे आठ सेंमी बढ़ रहा है। गंगा का जलस्तर अब 68.02 मीटर पहुंच चुका है। जो की चेतावनी बिंदु से सिर्फ 2 मीटर की दुरी पर है। आयोग के अनुसार चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर रिकोर्ड किया गया है। वहीं खतरे का निशान 71.262 मीटर है।