राहुल सोनी
वाराणसी। विहंगम योग संत समाज के ओर से निर्माणाधीन स्वर्वेद महामंदिर देखने के लिए विदेशी वैज्ञानिकों का एक दल बुधवार को स्वर्वेद महामंदिर धाम उमरहां पहुंचा। वैज्ञानिकों ने विहंगम योग के बारे में यहां के प्रबंधक सुरेन्द्र यादव व योग वैज्ञानिक डा इंदु प्रकाश मिश्र से गहन अध्ययन किया।
विदेशी वैज्ञानिकों ने यहां बनाये जा रहे 20 हजार साधकों के एक साथ बैठकर एवं साधना केंद्र देखकर आश्चर्य चकित हो गये। यइस दौरान उन्होंने मंदिर की भव्यता, सौन्दयीकरण, गौशाला, गौमूत्र आदि का भी गहन अध्ययन किया। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के जंतु विज्ञान के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि बीएचयू में हुए एडनेट कार्यक्रम में पहुंचे वैज्ञानिकों ने स्वर्वेद महामंदिर धाम देखने की इच्छा जाहिर की थी।

इस टीम में एस्टोनिया के वैज्ञानिक जी रोमसेंटर के निदेशक प्रो मेट मेट्सपालु, बेल्जियम के प्रोफ़ेसर टॉमस कीवी शील्ड, कैंब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर मिर्सिया, इस्टोनिया की डॉ० मोनिका, वारमिन, इटली के प्रो० अकोली, प्रोफेसर लुका, डॉ० फ्रेंचेस्को आदि कई प्रमुख वैज्ञानिक शामिल रहे।
सभी वैज्ञानिकों का स्वागत स्वर्वेद महामंदिर के लोगों ने किया। सभी विदेशी मेहमानों ने स्वर्वेद महामंदिर धाम की अनुपम छटा, यहां की भव्यता, पर्यावरण, पशुपालन, आदि को अपने कैमरे में भी कैद किया। महामंदिर में चलाये जा रहे गुरूकुल के 200बटुकों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ माल्यार्पण कर विदेशी मेहमानों का स्वागत किया।

