- गोमती के संगम स्थल मारकण्डेय महादेव घाट पर गंगा सप्तमी पर्व मनाया
- गंगा पूजन और संगोष्ठी का आयोजन
वाराणसी। मां गंगा उनकी सहायक नदियों की अविरलता और निर्मलता के लिए दूने उत्साह के साथ काम करने की प्रेरणा ‘गंगा सप्तमी’ का यह पर्व प्रदान करता है। आज ही के दिन मां गंगा भगवान विष्णु के कमंडल से चलकर भगवान शिव की जटाओं तक पहुंची थीं। गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा के दर्शन मात्र से ही व्यक्ति के पाप नष्ट हो जाते हैं। स्नान और पूजन तथा आरती का विशेष महत्व है। उक्त बातें गुरुवार को ‘मारकण्डेय महादेव धाम, कैथी’ में आयोजित गोष्ठी में गंगा समग्र काशी विभाग के संयोजक दिवाकर द्विवेदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा।

सर्वप्रथम मार्कंडेय महादेव स्थित गंगा घाट की सफाई की गई। सभी ने मां गंगा का पूजन अर्चन और आरती किया। अध्यक्षता श्रीपत सिंह और संचालन जिला संयोजक चंद्रप्रकाश दुबे ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से जिला संरक्षक रणदीप सिंह संपर्क आयाम प्रमुख शशि प्रकाश मिश्र जयप्रकाश दुबे, सहसंयोजक भगत राम यादव, (प्रधान) महेंद्र प्रसाद यादव मनोज कुमार पांडे, मनोज कुमार सिंह श्याम धर मिश्र,अशोक तिवारी,दीपक विन्द (प्रधान) अनौरा, अजीत मिश्रा, बुलबुल पांण्डेय सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।