Ganga Water Level: गंगा के जलस्तर में अब भी वृद्धि हो रही है। गंगा एक सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रही है। पहले बढ़ाव का यह क्रम पांच सेंटीमीटर तक पहुंच गया था। अब गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी की रफ्तार में कमी आ गई है। गंगा की रफ्तार 5 सेंटीमीटर से घटकर 1 सेंटीमीटर घंटे की रफ्तार पर आ गई है।
वैसे केन्द्रीय जल आयोग को गंगा के जलस्तर का सही पता नहीं है। जिसके लिए केन्द्रीय जल आयोग पर कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है शायद वह इसका सही तरीके से निर्वहन नहीं कर रहे हैं। केन्द्रीय जल आयोग कार्यालय में बैठे कर्मचारी गंगा के जलस्तर को कभी 5 से 10 सेंटीमीटर बता रहे हैं तो कभी 5 सेंटीमीटर बता रहे हैं। कभी वह एक सेंटीमीटर की बात कह रहे हैं।

गंगा के जिन घाटों का संपर्क आपस में टूट गया है, उन पर पानी का दबाव अभी बना हुआ है। वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा का पानी बढ़ने से डूबने का खतरा बढ़ गया है। रत्नेश्वर महादेव बाढ़ के पानी से लगभग डूब गया है। बारिश के साथ ही पहाड़ी इलाकों में आई बाढ़ की वजह से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। स्थिति यह है कई घाटों की सीढ़ियां डूब गई हैं तो गंगा आरती का स्थल भी बदलना पड़ा है।

Ganga Water Level: फ़िलहाल बाढ़ जैसी स्थिति नहीं
मंगलवार की रात्रि में जलस्तर के बढ़ने की रफ्तार कम हुई। इस समय नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदू से 8.76 मीटर नीचे है। फिलहाल बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है। अधिकारियों की मानें तो बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। पहाड़ी इलाकों में हुई बरसात के चलते यहां पर गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई है।