Ganga water level: गंगा का रौद्र रूप शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। गंगा का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 69.96 मीटर पर पहुंच गया, जो कि चेतावनी बिंदु (70.262 मीटर) से बेहद करीब है। हालांकि शुक्रवार शाम के बाद इसकी रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है, लेकिन अब भी यह एक सेंटीमीटर प्रति घंटा की गति से बढ़ रहा है।


काशी के सभी घाट हुए जलमग्न
तेजी से बढ़ते जलस्तर के कारण नमो घाट से लेकर रविदास घाट तक की सीढ़ियां जलमग्न हो गई हैं। गंगा का पानी अब गलियों में भी पहुंचने लगा है, जिससे तटवर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कई स्थानों पर घरों में पानी घुस चुका है, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन को मजबूर हो गए हैं।


दशाश्वमेध घाट स्थित जल पुलिस चौकी (Ganga water level) भी अब पानी की चपेट में आ चुकी है। घाटों पर नाव चलाने वाले नाविकों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है। जलस्तर बढ़ने के चलते वरूणा नदी भी उफान पर है, जिसका पानी अब आसपास के घरों में घुस चुका है।


Ganga water level: जिला प्रशासन ने बढ़ाई चौकसी
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने चौकसी बढ़ा दी है। बाढ़ चौकियों (Ganga water level) को सक्रिय कर दिया गया है और राहत शिविरों की व्यवस्था भी की गई है, जहां प्रभावित परिवारों को शरण दी जा रही है। सड़कों के किनारे और ऊंचाई वाले स्थानों पर लोग अस्थायी रूप से बसेरा बना रहे हैं।


एनडीआरएफ, जल पुलिस और केंद्रीय जल आयोग की टीमें लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और अनावश्यक रूप से जलमग्न क्षेत्रों में न जाएं। जलस्तर (Ganga water level) में अभी और बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है, ऐसे में आने वाले दिन और भी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।



