बलिया। घोसी विधानसभा (Ghosi Bye Election) के उपचुनाव में सपा और भाजपा में वर्चस्व की लड़ाई दिखाई पड़ रही है। एक ओर जहां सपा इस विधानसभा सीट पर अपना प्रत्याशी काबिज करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। वहीं, भाजपा जातिगत समीकरण साधने में जुटी हुई है।
भाजपा की निगाह अब पूरी तरह से क्षत्रिय वोट ((Ghosi Bye Election) पर टिकी हुई हैं। इसके लिए भाजपा क्षत्रिय समाज सम्मेलन करने की तैयारी में है। इसकी एक बड़ी जिम्मेदारी यूपी सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह पर हैं। वैसे भी भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की ‘दया’ बरस रही हैं। मंत्री दयाशंकर सिंह पहले ही घोसी में डेरा डाले हुए हैं। उनका दावा है कि उपचुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित है।
वहीं, सपा के उम्मीदवार सुधाकर सिंह को भी अपने क्षत्रिय समाज (Ghosi Bye Election) पर पूरा भरोसा है। उनका दावा है कि क्षत्रिय समाज उनके साथ है। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि घोसी विधान सभा के उपचुनाव में क्षत्रिय समाज किसके साथ होगा। या यूं कहे कि कौन किस पर भारी पड़ता हैं। सपा प्रत्याशी के लिए क्षत्रिय नेता मैदान में ताकत झोंक रहे हैं। उनका दावा है कि 2022 भी जीते थे और यह चुनाव भी हम ही जीतेंगे। सपा महिला संगठन की राष्ट्रीय नेता जूही सिंह, बलिया से कामेश्वर सिंह, पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह पूरी ताकत झोंक रहे हैं।
Ghosi Bye Election जातिगत समीकरण
दलित 60,000
चौहान 45,000
मल्लाह 70,000
यादव 40,000
सिया 45,000
सुन्नी 35,000
राजभर 35,000
भूमिहार 35,000
क्षत्रिय 40,000
ब्राह्मण 20,000
बनिया 15,000
मौर्य 15,000
कुर्मी 10,000
लोहार 10,000
कायस्थ 6,000