- सारंगनाथ महादेव व भगवान बुद्ध का लिया आशीर्वाद
- कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकलेगी भारत जोड़ो यात्रा
- केवल बनारस नहीं, पूरे भारत की नजर इस यात्रा पर
कांग्रेस की प्रादेशिक भारत जोड़ो यात्रा का गुरुवार को वाराणसी में समापन होना है। कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में चल रही इस यात्रा की शुरुआत भगवान गौतम बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ से शुरू हुई। जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोश के साथ इस यात्रा में शामिल हुए। यात्रा का समापन संत रविदास जन्मस्थली सिरगोवर्धनपुर में होगा।

यात्रा की शुरुआत से पहले अजय राय ने कहा कि 11 जिलों में हम अपनी यात्रा में सफल हुए हैं। हमें जबरदस्त तरीके से लोगों का प्यार अपनापन और सहयोग मिला है। किसान मजदूर नौजवान और व्यापरी से लेकर समाज के सबही वर्ग के लोग राज्य सरकार व केंद्र सरकार से परेशान हैं। भाजपा सरकार बस खुद के प्रमोशन में लगी हुई है। आम आदमी के समस्याओं से केंद्र और राज्य सरकार का कोई लेना देना नहीं है।

यात्रा की शुरुआत से पहले अजय राय ने सारंगनाथ महादेव एवं भगवान बुद्ध का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया। बीते 11 दिसंबर को कांग्रेस के प्रदेश प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में कांग्रेस की प्रादेशिक भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत प्रयागराज से हुई थी। बुधवार देर शाम यात्रा गाजीपुर से वाराणसी पहुंची। इस दौरान जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल व महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यात्रा का स्वागत किया।

सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से भारत को टूटने से बचाने हेतु कन्याकुमारी से लगायत कश्मीर तक लगभग छत्तीस सौ किलोमीटर भारत जोड़ो मिशन पर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कदमों को मजबूत करने हेतु उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने सभी प्रांतीय अध्यक्षों के नेतृत्व में पूरे उत्तर प्रदेश में प्रादेशिक भारत जोड़ो यात्रा निकाली है।

भारत जोड़ो यात्रा पर न सिर्फ बनारस की जनता बल्कि पूरे भारत की नजर बनी हुई है। पूरे यात्रा के मार्ग को सुव्यवस्थित कर तिरंगे से सजाया गया है। साथ ही यात्रा के मार्ग में आने वाले सभी चौराहों व हमारे महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उनके प्रति अपनी विनम्र कृतज्ञता अर्पित की गई।
कांग्रेस की प्रादेशिक भारत जोड़ो यात्रा सारनाथ से शूरू होकर पहड़िया, पांडेयपुर, हुकुलगंज, चौकाघाट, तेलियाबाग, लहुराबीर, पिपलानी कटरा, कबीरचौरा, मैदागिन, चौक, गोदौलिया, जंगमबाड़ी, मदनपुरा, पांडेय हवेली, सोनारपुरा, शिवाला, भदैनी, अस्सी, लंका, मालवीय प्रतिमा होते हुए सीरगोवर्धनपुर में समाप्त हुई।