Varanasi: आगामी होली और मसान होली के अवसर पर गंगा में नाव संचालन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। इसी क्रम में जल पुलिस कार्यालय में सोमवार को विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें जल पुलिस, एनडीआरएफ, पीएसी फ्लड यूनिट और मांझी बंधु संगठन के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता सहायक पुलिस आयुक्त (जल पुलिस) शुभम कुमार सिंह और प्रभारी निरीक्षक (जल पुलिस) एस.आर. गौतम ने की।
इस दौरान एनडीआरएफ प्रभारी वीरेंद्र कुमार, पीएसी 34 फ्लड यूनिट के पीसी और मांझी बंधु संगठन के अध्यक्ष प्रमोद मांझी भी उपस्थित रहे। बैठक में नाविकों को सुरक्षा दिशा-निर्देश दिए गए और गंगा में सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित नाव संचालन सुनिश्चित करने के लिए कई सख्त नियम लागू किए गए।
नियमों का पालन अनिवार्य, लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई
- बैठक में नाविकों को कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा। प्रमुख नियम इस प्रकार हैं—
- शराब या नशे की हालत में नाव चलाना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
- डीजे और लाउडस्पीकर के उपयोग पर पूर्णतः रोक रहेगी।
- मसान होली के दिन सुबह 8:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक राजेंद्र प्रसाद घाट से गणेश घाट तक नाव संचालन प्रतिबंधित रहेगा।
- होली के दिन नाव संचालन शाम 4:00 बजे से शुरू होगा और आरती समाप्त होते ही मोटरबोट का संचालन पूरी तरह रोक दिया जाएगा।
- नाव चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग सख्त मना होगा।
- हर नाव पर चालक और सह-चालक अनिवार्य रूप से मौजूद रहेंगे।
- नाव की गति नियंत्रित रखनी होगी और चालक व सह-चालक को सीटी (व्हिसल) साथ रखना जरूरी होगा।
- नाव के इंजन की समय पर सर्विसिंग करानी होगी ताकि धुएं का उत्सर्जन न हो।
- नाव में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने की अनुमति नहीं होगी।
- नाबालिग बच्चों से नाव नहीं चलवाई जाएगी।
- सभी यात्रियों को नाव पर चढ़ने से पहले लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य होगा।
Varanasi: जल पुलिस करेगी सख्त निगरानी
प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि नियमों का उल्लंघन करने पर संबंधित नाविकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें गंगा में लगातार गश्त करेंगी ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
होली के दौरान गंगा में नाव संचालन की सख्ती का उद्देश्य श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। प्रशासन ने सभी नाविकों से सहयोग की अपील की है ताकि त्योहार का आनंद बिना किसी अनहोनी के लिया जा सके।