प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के साथ ही उनके दो गनर को भी गोली मारी गयी थी। जिसमें एक गनर संदीप निषाद की मौके पर ही मौत हो गयी थी। वहीं दुसरे गनर राघवेंद्र का अस्पताल में इलाज चल रहा था। अपराधियों की गोलियों का शिकार हुए राघवेन्द्र ने बुधवार को अस्पताल में ईलाज के दौरान डीएम तोड़ दिया। जिसके बाद प्रयागराज शूटआउट में हुए मौतों की संख्या 3 हो गई।
24 फरवरी को हुए शूटआउट में घायल राघवेन्द्र को पहले प्रयागराज के स्वरुप रानी नेहरु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में तबियत में सुधार न होता देख और शरीर में संक्रमण बढ़ने के कारण उन्हें लखनऊ के पीजीआई में रिफर क्र दिया गया था। लखनऊ के डॉक्टर्स ने राघवेन्द्र को बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन शरीर में संक्रमण बढ़ने के कारण उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
पीजीआई के निदेशक आरके धीमान ने सिपाही राघवेन्द्र के मौत की पुष्टि की है। राघवेंद्र मूलत: अमेठी के रहने वाले थे। उनकी सगाई हो चुकी थी और मई में वे दाम्पत्य जीवन में बंधने वाले थे। इस दुखद खबर से परिजनों के साथ ही पुलिस महकमे में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी।