- ट्रक खराब होने पर चालक छोड़कर हुए फरार, गौशाला वालों ने भी रखने से किया इनकार
गुड्डू हाशमी
वाराणसी। बड़ागांव थाना क्षेत्र के हरहुआ पुलिस चौकी अंतर्गत हरहुआ चौराहा पिलर नंबर 15 के समीप लावारिस हाल में खड़ी ट्रक में मंगलवार की रात दर्जनों बैल मिले। पुलिस ट्रक को कब्जे में लेकर बैलों को गौशाला में जमा कराने के लिए घंटों परेशान रही।
हरहुआ पुलिस चौकी क्षेत्र के हरहुआ चौराहे के पिलर नंबर 15 के समीप मंगलवार की रात बाबतपुर से वाराणसी की तरफ जा रही ट्रक खराब हो गई। ट्रक खराब होने के बाद ट्रक चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया। सुबह लावारिस हाल में ट्रक खड़ी रही। जिससे बाबतपुर से बनारस की तरफ जाने वाले वाहनों को दिक्कत हो रही थी। रोड पर लंबा जाम लग जा रहा था, सुबह से दोपहर हो जाने के बाद भी कोई ट्रक का स्वामी नहीं पहुंचा तो आसपास के व्यापारियों ने लावारिस खड़ी ट्रक की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर ट्रक चालक के बारे में जांच पड़ताल की, लेकिन कोई नहीं मिला। ट्रक पूरी तरह तिरपाल से बंधा हुआ था, ट्रक में क्या लदा हुआ है कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। पुलिस वाले किसी तरह तिरपाल हटाकर देखे तो ट्रक के अंदर दर्जनों बैलों को रस्सी से मुंह बांधकर ठूसा गया था। ट्रक के फर्श पर लगभग एक फीट बलुई मिट्टी पाटी गई थी। इसलिए कि बैल अगर से उछल कूद करें या मर कर उसमें गिर जाए तो बाहर आवाज ना आए। अंदर बंधे बैल पेशाब या गोबर करें वह भी बाहर न दिखाई दे इसलिए ट्रक के फर्श पर मिट्टी पाटा गया था।

पुलिस वाले ट्रक को कब्जे में ले लिए लेकिन ट्रक खराब थी वह स्टार्ट नहीं हो पाई घंटों परेशान होने के बाद पुलिस एक क्रेन की व्यवस्था कर ट्रक को टोचन करा कर के पशुओं को सुरक्षित जगह रखने के लिए परेशान रही। दोपहर में बरामद ट्रक सहित पशुओं को जंसा थाना क्षेत्र के रामेश्वर गौशाला पहुंचाया गया। लेकिन गौशाला वालों ने पशु को लेने से इनकार कर दिया। घंटों कोशिश के बावजूद भी जब बात नहीं बनी तो पुलिस वाले टोचन ट्रक को लेकर सेहमलपुर स्थित नगर निगम के गौशाला पहुंची, वहां के कर्मचारियों ने भी पशुओं को लेने से इनकार कर दिया। घंटों बाद पशुओं को लेने के लिए वहां के कर्मचारी तैयार हुए। लेकिन पशुओं का कोई लेखा-जोखा देने के लिए तैयार नहीं हुए। जिससे पुलिस पशुओं को जमा नहीं कर पाई। उसके बाद बड़ागांव थाना क्षेत्र के साईंपुर गांव स्थित एक गौशाला में पुलिस वालों ने बात करके वहां जमा करने की बात कह कर ट्रक को लेकर चले गए। खबर लिखे जाने तक पशु गौशाला में जमा नहीं हुए थे पशुओं की संख्या कितनी है इसके बारे में भी जानकारी नहीं हो पाई। कितने पशु ट्रक के अंदर अमृत हैं और कितने जिंदा हैं उसकी जानकारी ट्रक का तिरपाल हटाकर जब पशुओं को निकाला जाएगा तभी मालूम हो पाएगा।