Varanasi: सिगरा थाना क्षेत्र में करणी सेना के एक समर्थक पर जानलेवा हमले के आरोप में वांछित चल रहे हरीश मिश्रा उर्फ ‘बनारस वाले मिश्रा जी’ को वाराणसी पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। पुलिस ने उन्हें शहर के एसएसपीजी अस्पताल (शिवप्रसाद गुप्त चिकित्सालय) से धर दबोचा। इस कार्रवाई के दौरान अस्पताल परिसर में समाजवादी पार्टी के बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उन्होंने इस पूरे प्रकरण को भाजपा और करणी सेना की मिलीभगत बताया।
इस मामले में दो दिन पहले शनिवार को करणी सेना के समर्थक अविनाश मिश्रा नामक युवक ने सिगरा थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि अभियुक्त हरीश मिश्रा ने ‘मां करणी’ को लेकर आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की थी। जब अविनाश ने इस विषय में बात करने के लिए हरीश मिश्रा से संपर्क किया, तो बात बढ़ गई।
इस दौरान हरीश मिश्रा ने कथित रूप से अपने 15 से 20 समर्थकों के साथ मिलकर अविनाश और उनके साथी स्वास्तिक पर हमला बोल दिया। हमले में दोनों बुरी तरह घायल हो गए और उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की और 48 घंटे के भीतर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।

Varanasi: लंबा है हरीश मिश्रा का आपराधिक इतिहास
हरीश मिश्रा का आपराधिक इतिहास लंबा है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उस पर अब तक कुल 11 गंभीर मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें धार्मिक विद्वेष फैलाना, सांप्रदायिक तनाव को हवा देना, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करना, सार्वजनिक व्यवस्था भंग करना और विभिन्न संवेदनशील धाराओं के तहत केस शामिल हैं।
पुलिस ने हरीश मिश्रा के खिलाफ हत्या के प्रयास, साजिश, दंगा फैलाने, सड़क जाम करने और बीएनएस की अन्य गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इस केस में आईपीसी की कई धाराएं तथा बीएनएस अधिनियम की संबंधित धाराएं भी जोड़ी गई हैं। गिरफ्तारी के समय अस्पताल परिसर से लेकर थाने तक बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के नेता मौजूद रहे।