Heat Wave Alert: जनपद में भीषण गर्मी के चलते लोगों का दोपहर में घर से निकलना दुभर हो गया है। इस दौरान लू की चपेट में आने से कई जिंदगियां भी काल के गाल में चली गई। जिसके लिए मंगलवार को उप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें आम जनमास से अपील किया गया है कि वो कड़ी धूप में बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 से तीन बजे तक के मध्य में बाहर निकलने से बचें। जितनी बार हो सके पानी पियें, प्यास न लगे तो भी पानी पियें।
आपदा प्रबंधन की ओर से बताया गया कि लोग धूप (Heat Wave Alert) से बचने के लिए गमछा, टोपी, छाता, धूप का चश्मा, पैरों में जूते और चप्पल का इस्तमाल करें। सफर में अपने साथ पानी रखें। शराब, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थों का इस्तमाल न करें यह शरीर को निर्जलित कर सकते हैं।
अगर आपका काम बाहर का है तो गमछा, टोपी, छाता, धूप का चश्मा, पैरों में जूते और चप्पल का इस्तमाल करें और गीले कपड़े को अपने चेहरे सिर और गर्दन पर रखें। अगर आपकी तबियत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। घर में बने पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक चीनी का घोल, नींबू पानी, छांछ और आम का पन्ना आदि का सेवन करें।
Heat Wave Alert: केवल इंसान ही नहीं, जानवरों को भी इस धूप से बचाएं
जानवरों को छाव में रखे और उन्हें खूब पानी पीने को दें। धूप में खड़े वाहनों में बच्चों एवं पालतू जानवरों को न छोड़े। उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचें तथा बासी भोजन न करें स्थानीय मौसम के पूवार्नुमान को सुने और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें। जहां तक संभव हो घर में ही रहें और सूर्य के संपर्क से बचें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। अधिक गर्मी एवं लू के कारण होने वाली बीमारियां मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है हीट इग्जॉस्वन एवं हीट स्ट्रोक। इससे बचाव जरूरी है।

हीट इग्जॉस्चन के लक्षण
अत्यधिक प्यास, शरीर का तापमान बढ़ा हुआ (100.4 से 104), मांसपेशियों में ऐंठन, जी मिचलाना, उल्टी होना, सिर में भारीपन, सिरदर्द, रक्तचाप का कम होना और चक्कर आना। इसके अलावा लोगोंमें हीट इग्जॉस्वन को लेकर कुछ भ्रांति है जिसमें उल्झन में होना अल्पमूत्रता, पेशाब का कम आना औरअधिक पसीना एवं चिपचिपी त्वचा का होना।
Heat Wave Alert:हीट इग्जॉस्वन का प्राथमिक उपचार
व्यक्ति को तुरंत पंखे के नीचे तथा छायादार ठंडे स्थान पर ले जायें, कपड़ों को ढीला करें शरीर को गीले कपड़े से स्पंज करें, ओआरएस का घोल पिलायें, मांसपेशियों पर दबाव डालें और हल्की मालिश करें, शरीर के तापमान को बार-बार जायें यदि कुछ समय में व्यक्ति सामान्य हो तो तुरंत चिकित्सा केंद्र ले जायें।
Heat Wave Alert: हीट स्ट्रोक के लक्षण
शरीर का तापमान बढ़ा हुआ (104 तक) हो, पसीना आना बंद होना, पसीने की ग्रंथि का निष्क्रिय होना, मांसपेशियों में ऐंठन, चिपचिपी त्वचा, त्वचा एवं शरीर का लाल होना, जी मचलाना, उल्टी होना, चक्कर आना, सिर में भारीपन, सिरदर्द, चक्कर आने जैसे लक्षण हीट स्ट्रोक के हैं। ऐसे लक्षण होने पर तुरंत ही नजदीकी अस्पताल में दिखाएं अथवा किसी डॉक्टर से संपर्क करें।
Heat Wave Alert: हीट स्ट्रोक के लिए प्राथमिक उपचार
मरीज को तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में ले जायें, कपड़ों को ढीला करें, तुरंत पंखे के नीचे तथा छायादार ठंडे स्थान पर ले जायें, अगर मरीज कुछ पीने के अवस्था में हो तो पानी पिलायें, ओआरएस का घोल पिलायें, निंबू का पानी नमक के साथ पिलायें, मांसपेशियों पर दबाव डाले तथा हल्की मालिश करें।