IIT BHU Partition: वाराणसी में आईआईटी- बीएचयू के स्टूडेंट्स का धरना कुछ प्रशासनिक शर्तों के साथ लगभग 11 घंटे बाद समाप्त हुआ। इन शर्तों में प्रमुख शर्त IIT BHU परिसर के चारों और बाउंडरी वाल उठाकर उसे बीएचयू से लग किया जाना है। जिसके बाद कुछ छात्र संगठन प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ हो गए हैं।
आईआईटी बीएचयू और बीएचयू के बीच दीवार खड़ी करने के फैसले [IIT BHU Partition] का विरोध सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक शुरु हो गया है। इस लेकर छात्र संगठन NSUI और ABVP से जुड़े छात्रों ने हल्ला बोल दिया है। BHU सेंट्रल ऑफिस के बाहर शुक्रवार को छात्रों ने जमकर नारेबाजी की और महामना की बगिया के विभाजन [IIT BHU Partition] का पुरजोर विरोध किया। इस दौरान उन्होंने BHU VC सुधीर जैन का पुतला फूंका।

आक्रोशित छात्रों ने कहा कि हम पिछले दो दिनों से देख रहे हैं कि कैंपस में अराजकतत्वों ने माहौल बना दिया है। एक छात्रा के साथ छेड़खानी होती है और बीएचयू प्रशासन अभी तक शांत है। अभी तक उनकी गिरफ़्तारी नहीं हुई है। अगर इस प्रकार कैंपस का माहौल रहा तो क्या होगा आगे? इतना ही नहीं अपनी कमियों को छुपाने के लिए ये लोग बीएचयू का बंटवारा कराना चाह रहे हैं। कैंपस में दीवारें खड़ी करना चाह रहे हैं। BHU के छात्र अब ये नहीं सहेंगे।
IIT BHU Partition: ये है पूरा मामला
बता दें कि आईआईटी बीएचयू परिसर में छात्रा से बुधवार देर रात्त अश्लीलता हुई थी। जिससे नाराज हजारों छात्र-छात्राएं गुरुवार को सड़क पर उतर आए। पढ़ाई वगैरह सब कुछ बंद करके सुबह से शुरू हुआ प्रदर्शन देर रात तक चला। इस दौरान हजारों छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान बीएचयू आईआईटी परिसर का हाल यह था कि न किसी को क्लास करने की जल्दी थी ना लाइब्रेरी जाने की… हॉस्टल कैंपस में सन्नाटा था। मेस में भी इक्का दुक्का ही स्टूडेंट्स पहुंचे। हर डिपार्टमेंट की क्लास खाली थी। लग रहा था जैसे आज कोई अवकाश हो। हालांकि अवकाश के समय में भी इक्का दुक्का स्टूडेंट्स नजर आते ही हैं। लेकिन आज तो जैसे सन्नाटा पसरा हुआ था।

न स्टूडेंट्स क्लास करने आए, न ही प्रोफेसर उन्हें पढ़ाने। रोजाना जिन लैब में घंटों स्टूडेंट्स शोध कार्य में लगे रहे थे, वहां भी खामोशी पसरी थी। बुधवार रात आईआईटी बीएचयू कैंपस में हुई घटना के बाद से सभी गर्ल्स हॉस्टल में शुरू हुईं। गहमागहमी ने सुबह तक आक्रोश का रूप ले लिया था। सुबह दस बजे तक आईआईटी बीएचयू के हजारों छात्र-छात्राएं सड़क पर थे।
स्टूडेंट्स के 11 घंटे चले आंदोलन के बाद आईआईटी बीएचयू प्रशासन ने परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने का निर्णय लिया। अब आईआईटी परिसर के चारों ओर बाउंड्रीवाल [IIT BHU Partition] बनाई जाएगी। साथ ही जगह-जगह बैरिकेडिंग लगवाने के साथ ही ग्रीन जोन बनवाया जाएगा।
Highlights
एक दरोगा सहित चार पुलिसकर्मी की चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में स्थायी तैनाती की जाएगी। इससे पहले रजिस्ट्रार ने छात्रों की मांग और उनसे समझौते से जुड़े आदेश जारी किए। इसी का नतीजा रहा कि छात्रों ने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन, आईआईटी निदेशक प्रो० पीके जैन की मौजूदगी में हुई एक बैठक में सुरक्षा बढ़ाने का फैसला हुआ।

बीएचयू प्रशासन के ओर से इन फैसलों पर लगी मुहर
- आईआईटी बीएचयू परिसर में बाउंड्री वाल [IIT BHU Partition] बनेगी। इसके लिए सीपीडब्ल्यूडी, आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर की कमेटी बनेगी। इसकी जानकारी शिक्षा मंत्रालय को दी जाएगी।
- कमेटी एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट बनाएगी। कमिश्नर के माध्यम से उसे शासन को स्वीकृति और अनुदान के लिए भेजा जाएगा।
- गर्ल्स हॉस्टल सहित परिसर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
- रात 10 बजे से शाम 5 बजे तक बैरिकेडिंग बंद रहेगी।
- पुलिस प्रशासन के सहयोग से सीसी कैमरों के लिए इंट्रीग्रेटेड सर्विलांस सिस्टम बनाया जाएगा।
- संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी।
- हैदराबाद गेट, कृषि विज्ञान संस्थान सहित अन्य जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाएगी।
- आईआईटी बीएचयू से जुड़े सात गेटों पर जिला प्रशासन, संस्थान की ओर से संयुक्त रूप से सुरक्षा तंत्र की ओर से 24 घंटे निगरानी की जाएगी।