- लड़के ही नहीं लड़कियां भी बढ़ाती है वंश: पूनम मौर्य
- महिलाएं हर दिन मनाएं महिला दिवस: अंजू यादव थानाध्यक्ष
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह 2023 का हुआ आयोजन
R. D. Yadav
वाराणसी। जन विकास समिति मुर्दहा के ओर से शनिवार को महिला दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाओ ने रैली के माध्यम से नारी शक्ति का एहसास कराया। वहीँ इस दौरान बेस्ट उदमी महिलाओं को मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य द्वारा पुरुस्कार भी दिया गया। स्वयं सहायता समूह की बेस्ट उद्यमी का पुरस्कार मालती देवी महागाव पिंड्रा, सविता देवी केराकत एवं मंशा खारी हरहुआ को दिया गया।
बेटों के साथ बेटियों को भी शिक्षित कीजिए
कार्यक्रम की शुरुआत सांस्कृतिक कार्यक्रम व नुक्कड़ नाटक से की गई। महिलाओं ने गीत, संगीत, नृत्य व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से महिलाओं की पीड़ा का मार्मिक चित्रण प्रस्तुत किया। “डिजिटल लैंगिंग समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी” विषय संगोष्ठी में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य ने कहा कि महिलाएं हर रोज महिला दिवस मनाएं। वे आर्थिक रूप से मजबूत बनें। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, तभी अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा दे पाएंगी। सिर्फ लड़के ही नहीं, लड़कियां भी वंश को आगे बढ़ा सकती है। बेटों के साथ साथ बेटियों को भी शिक्षित कीजिए।

आर्थिक समानता के लिए महिलाएं करें संघर्ष
थानाध्यक्ष महिला थाना अंजू यादव ने कहा कि महिलाओं के सम्मान के लिए समाज में महिला उत्थान के विरोधियों से हमेशा लड़ाई लड़नी चाहिए। महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक समानता के लिए हमेशा संघर्ष करना होगा। शांति पूर्वक ढंग से अपनी लड़ाई के लिए तत्पर रहे। अजगरा विधायक त्रिभुवन राम ने कहा कि नारी जगत की जननी है। इनका हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए। जन विकास समिति के निदेशक फादर चंद्रन रैमैंड्स ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।

महिलाओं ने “नर नारी का भेद मिटाएंगे समानता का विश्व बसाएंगे”,”दहेजवा के खातिर होई दुरगतिया हे रामजी, वोही घर जनम जिन दिहा ये राम जी” गीत प्रस्तुत किया। संजीव ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।
इस दौरान चिकित्साधिकारी हरहुआ संतोष कुमार सिंह, रविशंकर सिंह, सूर्य प्रकाश मौर्य प्रधान आयर, रीबू श्रीवास्तव, ब्लाक प्रमुख पिंडरा धर्मेंद्र कुमार विश्वकर्मा, बिद्योत्तमा देवी, अभिषेक मिश्रा, संजीव सिंह, रंजित सिंह, संतोष यादव, विनोद विश्वकर्मा, अतुल यादव जडावती देवी, हेमलता देवी आदि ने संबोधित किया। संचालन सुभावती देवी ने किया।