IT Raid : वाराणसी में सपा के पूर्व सांसद अबू आजमी के करीबी विनायक ग्रुप में आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी (IT Raid) की। गुरुवार शाम चार बजे शुरू हुई सर्वे की कार्रवाई रात 2.30 बजे तक चलती रही। आयकर अधिकारी सवाल दर सवाल करते रहे और ग्रुप के चेयरमैन उसका जवाब देते रहे।
मलदहिया, वरुणा गार्डेन सहित अन्य जगहों से आयकर विभाग की टीम ने कई कागजात, मोबाइल और लैपटॉप कब्जे में लिए हैं। आयकर की कार्रवाई के दौरान पुलिस बल तैनात रहा और ग्रुप के कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति बनी रही। वहीं, शुक्रवार सुबह 9 बजे एक बार फिर आयकर अधिकारी विनायक ग्रुप के ऑफिसों में पहुंचे हैं। छानबीन फिर शुरू हुई है।
वाराणसी में रियल इस्टेट कारोबारी विनायक ग्रुप की ओर से वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में नए कारोबार में इन्वेस्टमेंट पर आयकर ने दस्तक दी। विनायक ग्रुप के दफ्तरों पर गुरुवार शाम आयकर विभाग की टीमों ने छापेमारी (IT Raid) की। वाराणसी आयकर कार्यालय के अधिकारी की फॉर्च्यूनर से चार सदस्यीय टीम मलदहिया विनायक प्लाजा पहुंची।
वहीं दूसरी टीम इनोवा से जेल रोड विनायक प्रॉपर्टी के आफिस में दस्तक दी। टीम के सदस्यों ने मुख्य आफिस में डेरा जमाया और तत्काल कंप्यूटर समेत सभी फाइलें कब्जे में ले ली। 11 घंटे की मैराथन पूछताछ में कई सवालों के जवाब नहीं मिलने पर अधिकारियों ने सहयोगियों को भी बुला लिया।
किसी ने फोन पर जानकारी दी तो किसी ने वॉट्सऐप और ईमेल पर सूचनाएं बताईं। ताबड़तोड़ सवालों के बीच विनायक ग्रुप के डायरेक्टर भी हांफते नजर आए। बता दें कि विनायक ग्रुप ने वाराणसी में कई शॉपिंग सेंटर, इमारत, मॉल और अपार्टमेंट का निर्माण किया है।
माना जाता है कि विनायक ग्रुप के मालिक और समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आसिम आजमी के संबंध काफी करीबी हैं। दोनों की व्यापारिक भागीदारी भी है। उनके केवल वाराणसी ही नहीं, दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु समेत कई ठिकानों पर आयकर की टीम ने कार्रवाई की।
IT Raid : विनायक ग्रुप से 160 करोड़ रुपयों का विवरण मांगा गया
सोर्स के मुताबिक, अबू आजमी के करीबियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी 160 करोड़ रुपए की कर चोरी को लेकर की गई। आयकर विभाग की ओर से विनायक ग्रुप के कथित तौर से हुए 160 करोड़ रुपए की चोरी मामले की जांच की जा रही है। आयकर विभाग द्वारा इससे पहले अबू आजमी को समन भेजा गया था।
आयकर विभाग (IT Raid) की टीम विनायक ग्रुप पर उन 160 करोड़ रुपयों का विवरण मांगा। जांच में पता चला कि विनायक ग्रुप ने कथित तौर पर प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अनअकाउंटेड पैसे को अबू आजमी को ट्रांसफर किया था। जोकि 40 करोड़ रुपए के आस-पास है। विनायक ग्रुप पर दर्ज एक एफआईआर के आधार पर यह जांच चल रही है।