Karni Sena: करणी सेना और सपा के बीच चल रहे जंग ने अब और भी ज्यादा गर्म रुख ले लिया है. जब करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ‘रघुवंशी’ ने सपा को खुली चुनौती दे दी. वहीं काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में पीएचडी में दाखिले को लेकर बीते 20 दिनों से विश्वविद्यालय के सेंट्रल ऑफिस के सामने छात्रा अर्चिता सिंह धरना दे रही जिसको समर्थन मिलने का सिलसिला भी तेज हो गया है। शुक्रवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ‘रघुवंशी’ अपने कार्यकर्ताओं के साथ वाराणसी पहुंचे और वाराणसी पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले धरनास्थल पहुंचकर छात्रा के संघर्ष को समर्थन दिया।

पुलिस कमिशनर से मिलने पहुंचे जिला मुख्यालय
राकेश सिंह ने अर्चिता सिंह से मुलाकात कर उसकी आपबीती सुनी और पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि छात्रा लंबे समय से न्याय के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन अब तक उसे न्याय नहीं मिल पाया है। राकेश सिंह (Karni Sena) ने छात्रा को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया और छात्रा से मुलाकात करने के बाद वाराणसी के पुलिस कमिश्नर से मिलने जिला मुख्यालय पहुंचे। हालांकि, देर से पहुंचने के चलते उनकी सीपी से मुलाकात नहीं हो सकी। साथ ही साथ राकेश सिंह करणी सेना और सपा के बीच चल रहे जंग व बनारस वाले मिश्रा जी के मामले को लेकर भी पुलिस आयुक्त से मुलाकात करना चाह रहे थे।
Karni Sena: इन विषयों पर करना चाहते रहे सीपी से मुलाकात
इस दौरान मीडिया से बातचीत में राकेश सिंह रघुवंशी ने कहा कि बीते कुछ दिनों से BHU में पीएचडी में एडमिशन के लिए एक छात्रा काफी संघर्ष कर रही है और इसी विषय में आज वाराणसी के पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर लिए यहाँ पहुंचा हूं। वहीं दूसरा विषय यह रहा कि पिछले दिनों सपा नेता के द्वारा बयान दिया गया था कि करणी सेना (Karni Sena) जहाँ मिलेंगे हम उन्हें जिन्दा जला देंगे।

सपा प्रमुख ही देते हैं आपत्तिजनक बयान– राकेश सिंह
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर अभद्र टिपण्णी दी गई और उन्हें गद्दार कहा गया था। इसके खिलाफ करणी सेना (Karni Sena) ने लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करते हुए सांसद से माफ़ी मांगने की लेकिन माफ़ी मांगना तो दूर उनके द्वारा रोज कुछ न कुछ आपत्तिजनक बयान आना शुरू हो गए। उन्होंने कहा कि जब उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ही उट पटांग बयान देंगे तो उनके कार्यकर्ताओं व नेताओं पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
वहीं बनारस वाले मिश्रा जी के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे संगठन को मिश्रा जी कुकर्मी सेना कह रहे हैं जबकि उनसे हमारा कोई लेना देना नहीं लेकिन सोशल मीडिया और लाइम लाइट में आने के लिए वह इस प्रकार के बयान दे रहे और जो एक देवी के नाम पर हमारी सेना का नाम रखा गया है उनका वह अपमान कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, अर्चिता पीएचडी में अपने एडमिश्न के लिए करीब 20 दिनों से परेशान हैं। उन्होंने फॉर्म और उससे सम्बंधित सारे कागजात दिये हैं। फिर भी उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है और वह धरना पर बैठी हैं जहाँ आज राकेश सिंह उनसे मिलने पहुंचे थे। इसके आलावा, सपा के लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा के करणी सेना (Karni Sena) को “जलाकर मार डालने” वाले बयान के खिलाफ भी उन्होंने मोर्चा खोल दिया और राकेश सिंह ने उन्हें ललकारते हुए कहा, “मैं वाराणसी के बीएचयू चौराहे पर आ रहा हूँ, आकर मुझसे मिलो!” जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।