Kashi Beggars: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में काशी के भिखारियों को भी न्योता दिया जाएगा। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के भिखारी भी उस अद्भुत अविस्मरणीय पल के साक्षी बनेंगे, जब वर्षों के इंतज़ार के बाद करोड़ों सनातनियों के आराध्य रामलला अपने गर्भगृह में विराजेंगे। भिखारियों के पहचान की जिम्मेदारी संघ को दी गई है, कि वह उनकी पहचान करके उन्हें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में आने का आमंत्रण दे।
दरअसल, इन भिखारियों [Kashi Beggars ने राम मंदिर निर्माण के समर्पण निधि अभियान में अपना योगदान दिया था। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा पूजन में बनाई गई कमिटी के सदस्य स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि काशी और प्रयागराज के कई भिखारियों ने समर्पण निधि अभियान में साढ़े चार लाख रुपए दान दिया था। अब इस महाआयोजन में इन भिखारियों को शामिल किया जाएगा।
Kashi Beggars: 22 जनवरी को ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे करोड़ों सनातनी
बता दें कि राम मंदिर लोकार्पण के इस अद्भुत पल के करोड़ों रामभक्त साक्षी बनेंगे। इन रामभक्तों में कई मुस्लिम भी शामिल हैं। अब रामलला के लगभग 500 वर्षों का वनवास समाप्त हो रहा है। इस ऐतिहासिक क्षण में अपना योगदान देने वाले सभी लोगों को शामिल किया जा रहा है। जिससे इस मंदिर से देश से सामाजिक एकता और समरसता का सन्देश जाय। जानकारी के मुताबिक, समर्पण निधि में तीर्थराज काशी और प्रयागराज के 300 से ज्यादा भिखारियों ने श्री राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा साढ़े चार लाख रुपए दान दिया।