हिंदू धर्म में ग्रहण को एक मुख्य भोगौलिक घटना बताया गया हैं तथा इसे किसी भी मांगलिक या धार्मिक कार्य के लिए अशुभ माना गया है। ग्रहण के समय किसी भी शुभ कार्य को करने तथा भगवान की पूजा करने की मनाही होती हैं। चंद्र ग्रहण वह होता हैं जब हमारी पृथ्वी सूर्य तथा चंद्रमा के मध्य में आ जाती हैं जिससे सूर्य का प्रकाश चंद्रमा तक सीधे नही पहुँच पाता। उस स्थिति में चंद्र ग्रहण लगता हैं ।
जब भी चंद्र ग्रहण लगे तब आपको कुछ बातों का मुख्य रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता होती हैं ताकि आपके जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े। आइये जानते हैं उनके बारे में।
चंद्र ग्रहण के समय इन बातों का रखे ध्यान
1.ग्रहण से कुछ घंटे पहले ही सूतक काल लग जाता हैं। इस समय में भगवान की पूजा वर्जित मानी गयी हैं। इसलिये सूतक काल लगने के पश्चात भगवान की पूजा न करे तथा न ही मंदिर जाए।
2.ग्रहण के समय घर के मंदिर के कपाट तथा पूजा स्थल को बंद कर देना चाहिए तथा ग्रहण समाप्ति के पश्चात उस स्थल की साफ-सफाई की जानी चाहिए।
3.ग्रहण के समय भोजन न पकाएं तथा न ही उसे ग्रहण करे। इस समय किसी भी प्रकार का भोजन दूषित हो जाता हैं इसलिये उसका सेवन करने से बचना चाहिए।
4.यदि भोजन बच गया हैं तो उसे या तो पहले ही खा ले या पशु-पक्षियों को खिला दे अर्थात ग्रहण के समय बचा हुआ भोजन न रखे क्योंकि ग्रहण समाप्ति के पश्चात वह दूषित हो जाने के कारण किसी काम का नही रह जाता है।
5.ग्रहण के समय मल-मूत्र का त्याग करने से भी बचना चाहिए तथा यह सब कार्य उससे पहले या बाद में किये जाने चाहिए।
6.गर्भवती महिलाओं को इस समय बिल्कुल भी बाहर नही निकलना चाहिए तथा न ही ग्रहण को देखना चाहिए। ग्रहण की छाया उसके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए अत्यंत खतरनाक मानी जाती है।
7.ग्रहण काल के समाप्त होने के पश्चात घर में गंगा जल छिड़ककर शुद्ध किया जाना चाहिए तथा जल में भी तुलसी डालकर रखनी चाहिए जिससे इसका प्रभाव कम होता है।
8.ग्रहण समाप्ति के पश्चात शरीर के शुद्धिकरण के लिए स्नान किया जाना चाहिए जिससे सभी प्रकार की नकारात्मक किरणों का प्रभाव समाप्त किया जा सके।
9.ग्रहण के समय नकारात्मक किरणें अत्यधिक हावी होती हैं। इसलिये ऐसे समय में बुरे विचार मन में नही लाने चाहिए तथा न ही किसी के साथ वाद-विवाद में पड़ना चाहिए।
10.इस समय यदि मंत्रों का जाप किया जाये तो उसका लाभ मिलता हैं। इसलिये ऐसे समय में मुख्यतया ॐ मंत्र का जाप भी किया जा सकता हैं।
Anupama Dubey