- अधिवक्ताओं ने एक स्वर में कहा, हम ऐसा नहीं होने देंगे, रहेंगे कार्य से विरत
वाराणसी। कचहरी स्थानांतरण को लेकर अधिवक्ताओं का आक्रोश शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को भी अधिवक्ताओं ने पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए परिसर में जुलूस निकालकर धरना-प्रदर्शन किया और विरोध जताया।
इसके पूर्व बनारस बार एसोसिएशन के सभागार में बनारस व सेंट्रल बार एसोसिएशन की संयुक्त बैठक आहूत की गई। बैठक में एक स्वर में अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर को संदहा स्थानांतरित किये जाने के निर्णय पुरजोर विरोध करते हुए इस निर्णय की निंदा की। अधिवक्ताओं ने कहा की आसपास तमाम ऐसी जमीनें है, जहां कचहरी परिसर का स्थानांतरण किया जा सकता है। बैठक में अधिवक्ताओं ने एक स्वर में बुधवार को भी इस मुद्दे को लेकर न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। साथ ही इस मुद्दे पर आगे की रणनीति के लिए बुधवार को बैठक आहूत की है। बैठक की अध्यक्षता बनारस व सेंट्रल बार अध्यक्षद्वय रामप्रवेश सिंह व प्रभुनाथ पांडेय तथा संचालन महामंत्रीद्वय प्रदीप राय व शशिकांत दूबे ने किया। विरोध-प्रदर्शन व बैठक में प्रमुख रूप से प्रदेश बार कौंसिल सदस्य विनोद पाण्डेय, धीरेंद्र नाथ शर्मा, मुरलीधर सिंह, अवधेश सिंह, अशोक सिंह प्रिंस, बृजेश मिश्रा, दीपक राय कान्हा, सुरेंद्र नाथ पाण्डेय, अंशुमान दूबे, मुकेश विश्वकर्मा, विकास सिंह, नित्यानंद राय समेत सैकड़ों अधिवक्तागण मौजूद रहे।
ये है पूरा मामला
जिला प्रशासन द्वारा गाजीपुर-चौबेपुर मार्ग पर 20.59 हेक्टेयर जमीन चिह्नित करने की बात सामने आ रही है। जिला न्यायालय को शहर से बाहर करने की पूरी तैयारी हो चुकी है। यहां पर कोर्ट की नई बिल्डिंग योजनाबद्ध तरीके से बनाई बनाने की बात सामने आयी जिसको लेकर अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोल रखा है।

