Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की डेट जैसे – जैसे नजदीक आ रही है, वैसे वैसे राज्यों में राजनीतिक हलचल बढ़ रही है। देखा जाय तो, लोकसभा के चुनावों में पूर्वांचल के वोट बैंक का काफी महत्त्व होता है। इस बार सभी निगाहें पूर्वांचल में सबकी निगाहें प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पर टिकी हुई हैं। वाराणसी पिछले दो बार से लगातार प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र रह है। सभी को उम्मीद है कि पिछली दो बार की तरह इस बार भी भाजपा को काशी के वोट बैंक से बड़ा फायदा होगा।
दूसरी ओर भाजपा ने भी लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) के लिए कमर कस ली है। इस बार चुनाव से लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी की जिला और महानगर इकाई में नए चेहरे दिखाई दे सकते हैं। उधर, सियासी दिग्गज अपने चहेतों को संगठन में शामिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं। संगठन के पदाधिकारियों के चयन में दिग्गजों की भी अग्निपरीक्षा होनी है।
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व वर्तमान संगठन के कुछ पदाधिकारियों से नाखुश है। जिसका कारण उनका जनता से मित्रवत न होना है। स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस बात को स्पष्ट कर चुके हैं कि पदाधिकारियों की प्राथमिकता जनता के समस्या समाधान की होनी चाहिए। बावजूद इसके संगठन के पदाधिकारियों का मनमाना रवैया शीर्ष नेतृत्व को पसंद नहीं आ रहा है। जिसके चलते इस बार संगठन में बड़े बदलाव (Loksabha Election 2024) स्वाभाविक हैं।
शीर्ष नेतृत्व से मिले संकेत के अनुसार, वाराणसी के संगठन को आधार बनाकर अन्य जिलों की कार्यकारिणी गठित की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, पूर्वांचल के सियासत के केन्द्र वाराणसी में संगठन के चेहरों में सोशल इंजीनियरिंग (Loksabha Election 2024) का ध्यान रखा जाएगा। जिला और महानगर इकाई में अगड़े, पिछड़े के साथ अनुसूचित जाति को भी तवज्जो मिलेगी। जिलाध्यक्ष पद के लिए ब्राह्मण, भूमिहार और क्षत्रिय चेहरे की तलाश की जा रही है। फिलहाल, जिलाध्यक्ष पद के लिए सुरेश सिंह, नागेंद्र रघुवंशी, अखंड सिंह, उमेश दत्त पाठक सहित कई चेहरे दौड़ में हैं। इसी तरह महानगर अध्यक्ष पद पर वैश्य, सिंधी और पंजाबी पदाधिकारी पर पार्टी दांव लगा सकती है। नवीन कपूर, मधुकर चित्रांश सहित कई नाम चर्चा में हैं।
Loksabha Election 2024: सेवापुरी के कार्यकर्ता को भी संगठन में मिल सकती है जगह
विधानसभा चुनाव में सेवापुरी सीट से अपना दल एस के विधायक रहे नीलरतन पटेल को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। वे विधानसभा चुनाव जीतकर लखनऊ भी पहुंच गए। समझौते में रोहनिया सीट अपना दल एस के पास ही रही। इस समीकरण को देखते हुए पार्टी सेवापुरी क्षेत्र के कार्यकर्ता को संगठन में जगह दे सकती है।