Loksabha Election Analysis: चुनाव नतीजों ने इस बार तख्ता पलट दिया। देखते ही देखते यूपी समेत कई राज्यों में खेला हो गया। एक ओर जहां एक दशक से सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी अबकी बार 400 पार का नारा दे रही थी, उसके लिए 300 पार करना भी मुश्किल हो गया। कहां कमी रह गई, यह मंथन का विषय का है।
इस चुनाव में सबसे बड़ी बात यह थी कि जिन राज्यों के बल पर बीजेपी नेता हुंकार रहे थे, उनमें सबसे भरोसे वाले राज्यों ने ही उनका साथ नहीं दिया। एक या दो नहीं, बल्कि एक साथ 4 राज्यों ने बीजेपी को निराश किया, जिसकी इन्हें आहट भी नहीं थी।
चुनाव से पहले राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा, इसका केवल अनुमान लगाया जा सकता है। हकीकत केवल result के दिन ही सामने आती है। चुनाव नतीजों पर मंथन अब बीजेपी में लम्बे समय तक चलेगा, संभव है कि शिकस्त की वजह भी सामने आए। लेकिन बीजेपी को जिन 4 राज्यों का साथ नहीं मिला, उनमें एक उत्तर प्रदेश भी है। उत्तर प्रदेश, जिसके लिए कहा जाता है कि देश की राजनीति की शुरुआत ही यहीं से होती है। बिना यूपी और बिहार के राजनीति असंभव मानी जाती है।
यूपी के अलावा बीजेपी को महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और राजस्थान ने निराश किया है। इन चार राज्यों में यूपी को जहां बीजेपी का गढ़ माना जाता था, वहीं इस बार बीजेपी को पश्चिम बंगाल से भी ज्यादा उम्मीदें थीं। लेकिन एक बार फिर से बंगाल ने धोखा दिया है। यानी यूपी, महाराष्ट्र, बंगाल और राजस्थान में बीजेपी के साथ खेला हो गया। जबकि वर्ष 2019 में इन राज्यों बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। बीजेपी को उम्मीद थी कि इस बार बीजेपी इन राज्यों में अच्छा प्रदर्शन करेगी, लेकिन इन्हीं राज्यों में बीजेपी को झटका ऐसा लगा कि 400 पार तो छोड़िये, 300 का आंकड़ा छूने के लिए पार्टी को जद्दोजहद करना पड़ा। बीजेपी को इस बार पिछले चुनाव से भी कम सीटें मिलती नजर आ रही हैं।
Highlights
Loksabha Election Analysis: 2019 में 300, इस बार 250 पार करना भी मुश्किल…
चार राज्यों में खराब प्रदर्शन के कारण बीजेपी बहुमत से काफी दूर रह गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कुल 302 सीटें मिली थी, लेकिन इस बार 250 पार करना भी मुश्किल है। रुझानों में बीजेपी 240 सीटें जीतती नजर आ रही है। यानी 2014 के मुकाबले लगभग इस बार 60 सीटें बीजेपी को कम मिली हैं। जबकि चुनाव के पहले से ही बीजेपी ने ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा दिया था। अब 400 पार तो छोड़िये, बीजेपी को 300 सीटों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। आशंका जताई जा रही है कि कहीं NDA का कुनबा 300 से नीचे ना रह जाये।
भाजपा के गढ़ यूपी ने भी दिया झटका
सबसे बड़ा झटका बीजेपी को उत्तर प्रदेश से लगा है। जहां इस वर्ष के शुरुआत में ही राम मंदिर का लोकार्पण हुआ था। यहां 80 लोकसभा सीटों में NDA को आधी सीटों पर भी जीत होती नहीं नजर आ रही है। जबकि पिछले चुनाव में बीजेपी को 80 में 62 सीटें हासिल हुई थी। इस बार बीजेपी बड़ी मुश्किल से 40 सीटों पर सिमटती हुई नजर आ रही है। इस तरह से देखा जाय, तो यूपी में बीजेपी को कम से कम 25 सीटों का नुकसान हुआ है।
बंगाल में सिमट गई बीजेपी?
पश्चिम बंगाल की यदि बात करें, तो 2019 में बीजेपी को 18 सीटें मिली थी। लेकिन इस बार यहां बीजेपी 11 सीटों पर अटकती नजर आ रही है। जबकि यहां बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी थी। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल से चौंकाने वाले नतीजों की बात कर रहे थे। वहीं राजस्थान में बीजेपी को 2019 में सभी 25 सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन इस चुनाव में केवल 14 सीटें ही नजर आ रही हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में बीजेपी को बड़ा नुकसान होता और शिव सेना (उद्धव गुट) को बड़ा फायदा होता नजर आ रहा है।