वाराणसी। महाकुंभ (Mahakumbh) 2025 में प्रयागराज से काशी आने वाले करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। अंतरजनपदीय सीमाओं पर 17 स्थानों पर अस्थायी पुलिस चौकियां स्थापित की जाएंगी, जबकि प्रयागराज-वाराणसी मार्ग पर 24 घंटे डायल 112 की गश्त जारी रहेगी। श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए शहर और ग्रामीण इलाकों में 14 अस्थायी पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं की भीड़ प्रबंधन: प्रमुख चुनौतियां और समाधान
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान स्नान करने के बाद लाखों श्रद्धालु काशी आने की संभावना है। कमिश्नरेट पुलिस ने इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की विस्तृत योजना तैयार की है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि यातायात और शांति व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता होगी। इसके लिए शहर के 55 स्थानों पर बैरियर लगाए जाएंगे।
विश्वनाथ धाम जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर जोन, सेक्टर, और सब-सेक्टर बनाकर निगरानी की जाएगी। इसके अतिरिक्त, सीमावर्ती जिलों के थानों से समन्वय स्थापित कर श्रद्धालुओं की संख्या की जानकारी नियमित रूप से कंट्रोल रूम को दी जाएगी।
अस्थायी पुलिस चौकियों की स्थापना
अंतरजनपदीय सीमाओं पर 17 स्थानों पर अस्थायी पुलिस चौकियां बनाई जाएंगी। इन चौकियों का उद्देश्य श्रद्धालुओं की निगरानी, सुरक्षा, और मार्गदर्शन सुनिश्चित करना है। प्रमुख चौकियां निम्न स्थानों पर स्थापित की जाएंगी:
- रामनगर पड़ाव चौराहा
- रोहनियां करसड़ा बॉर्डर
- चोलापुर के निवारडीह और दानगंज
- चौबेपुर के कैथी, सरसौल
- मिर्जामुराद के गुड़िया/बिहड़ा, ठठरा/भैसा और बड़ेहवा
- कपसेठी के बहरीनाला और चौरघट्टा पुल
- राजातालाब के कनकपुर/कछवा और शाहंशाहपुर/अदलपुरा
- बड़ागांव के अनई बॉर्डर
- फूलपुर के डिग्घी/लठिया कठिरांव बॉर्डर
- सिंधौरा के गड़खरा बॉर्डर
Mahakumbh: यातायात प्रबंधन और पार्किंग की व्यवस्था
श्रद्धालुओं के वाहनों की संख्या को ध्यान में रखते हुए 14 अस्थायी पार्किंग स्थलों की योजना बनाई गई है। यह व्यवस्था शहर और ग्रामीण इलाकों में की जाएगी, जिससे यातायात को सुचारु और व्यवस्थित रखा जा सके।
डायल 112: 24×7 गश्त
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज-वाराणसी मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डायल 112 की गश्त 24 घंटे चालू रहेगी। किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए टीम पूरी तरह से तैयार रहेगी।
विश्वनाथ धाम पर विशेष निगरानी
काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए इसे विशेष रूप से जोन, सेक्टर और सब-सेक्टर में बांटा गया है। यह व्यवस्था सुगम दर्शन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई है।
Highlights
संवेदनशील क्षेत्रों पर अतिरिक्त ध्यान
शहर के संवेदनशील क्षेत्रों और सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही पुलिस थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे निरंतर सीमावर्ती जिलों के थानों के साथ समन्वय स्थापित कर जानकारी साझा करें।
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