Maharashtra Politics: लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। एनसीपी ने दो कार्यकारी अध्यक्ष (Maharashtra Politics) की घोषणा की है। इसमें सुप्रिया सोले और प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही सुप्रिया सोले को पंजाब और हरियाणा का प्रभारी भी नियुक्त किया है। वहीं, प्रफुल्ल पटेल को मध्य प्रदेश, राजस्थान और गोवा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सुनील तटकरे को राष्ट्रीय महासचिव बनाया है। इसके साथ ही ओडिशा और पश्चिम बंगाल का प्रभारी नियुक्त किया है। बता दें कि हाल में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद कयास लगाया जा रहा था कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार अध्यक्ष बनेंगे, लेकिन शरद पवार के समर्थकों और कार्यकार्ताओं ने एनसीपी चीफ से अपना फैसला वापस लेने की मांग की।
समर्थकों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए धरना प्रदर्शन भी किया। इसके बाद पवार की पेशकश (Maharashtra Politics) पर विचार करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई। कमेटी ने भी शरद पवार को अपना इस्तीफा वापस लेने की अपील की। समर्थकों की मांग और कमेटी के फैसले को देखते हुए शरद पवार ने इस्तीफा वापस ले लिया। संगठन में बड़े बदलाव होने से अजित पवार को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि शरद पवार ने जब इस्तीफा दिया था तो अजित पवार ने उनके फैसले का स्वागत किया था और उन्होंने कहा था कि पवार साहब का फैसला स्वागतयोग्य है। स्वास्थ्य कारणों से पवार साहब ने इस्तीफा दिया है।

अजित पवार को महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में मिल सकती है बड़ी भूमिका
हालांकि, उस समय (Maharashtra Politics) भी समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया था। उसके बाद अजित पवार ने कहा था कि पवार साहब को अपने फैसले पर विचार करने के लिए दो से तीन दिन का वक्त देना चाहिए। अजित पवार एनसीपी के अध्यक्ष पद के दाबेदार थे, लेकिन मराठा क्षत्रप शरद पवार ने सुप्रिया सोले और प्रफुल्ल पटेल को नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर अजित पवार को झटका दिया है।
हालांकि, अजित पवार अभी विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हैं, लेकिन उन्हें कोई नई जिम्मेदारी नहीं मिलने को लेकर राजनीति गलियारों में सवाल भी खड़े होने लगे हैं। हालांकि, जानकारों का कहना है कि शरद पवार ने पहले ही अजित पवार को महाराष्ट्र की जिम्मेदारी सौंप रखी है। वहीं, बेटी सुप्रिया सोले को दिल्ली की राजनीति में रखे हुए हैं। एनसीपी ने महाराष्ट्र में अभी किसी भी तरह का बदलवा नहीं किया है। माना जा रहा है कि बदलाव के समय एनसीपी अजित पवार को बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है।