Varanasi: इस बार काशी में महाशिवरात्रि का पर्व ऐतिहासिक उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है और भक्तों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पट महाशिवरात्रि के अवसर पर लगातार खुले रहेंगे, जिससे श्रद्धालु निर्बाध रूप से बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकें।
काशी में जुटे नागा साधु, विशेष पूजन की तैयारी
इस बार काशी में बड़ी संख्या में नागा साधु भी पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि वे भगवान भोलेनाथ के प्रति अपनी गहरी आस्था के चलते यहां रहकर विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। महाकुंभ के बाद इस बार महाशिवरात्रि पर बन रहे विशेष ज्योतिषीय संयोगों के कारण यह पर्व और भी खास माना जा रहा है।

महाशिवरात्रि पर बनेगा अद्भुत ग्रह योग, लाखों श्रद्धालु आएंगे काशी
इस वर्ष महाशिवरात्रि पर तीन प्रमुख ग्रहों की युति का शुभ संयोग बन रहा है, जिससे इस पर्व का महत्व बढ़ गया है। अनुमान है कि इस दौरान करीब 30 लाख श्रद्धालु काशी पहुंचेंगे। साधु-संत और संन्यासी पहले से ही यहां डेरा डाल चुके हैं, जिससे माहौल महाकुंभ जैसा भव्य और दिव्य होता जा रहा है।
13 अखाड़ों में से 5 मिलकर निकालेंगे भव्य पेशवाई
इस बार काशी विश्वनाथ मंदिर में 13 प्रमुख अखाड़ों में से 5 अखाड़े संयुक्त रूप से दर्शन करेंगे और एक विशाल पेशवाई निकाली जाएगी। इस शाही शोभायात्रा का नेतृत्व दो आचार्य महामंडलेश्वर करेंगे, जो हनुमान घाट और शिवाला से निकाली जाएगी।
शंकराचार्य और संतों की बैठक में तय हुई आयोजन की रूपरेखा
ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती इस आयोजन में विशेष रूप से शामिल होंगे। हाल ही में हुई संतों की बैठक में तय किया गया कि श्रीशंभु पंचदशनाम जूना अखाड़ा, आवाहन अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा और अटल अखाड़ा एक साथ पेशवाई निकालेंगे और बाबा विश्वनाथ के दरबार में विशेष दर्शन करेंगे।

Varanasi:काशी विश्वनाथ धाम में विशेष व्यवस्थाएं
श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण ने बताया कि इस बार लाखों भक्तों की संभावित भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
26 फरवरी को नागा साधुओं की भव्य पेशवाई
महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को सुबह 7 बजे हनुमान घाट से नागा साधुओं की पेशवाई निकलेगी। काशी विश्वनाथ मंदिर में उनके विशेष दर्शन-पूजन के लिए सुबह 8 से 10 बजे का समय निर्धारित किया गया है। डीएम एस. राजलिंगम और जूना अखाड़ा के पदाधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस पेशवाई में जूना अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा और आवाहन अखाड़ा के नागा साधु शामिल होंगे।

शाही पेशवाई में बैंड-बाजा, डमरू वादन और रथों की झलक
पिछले वर्षों में निरंजनी और अटल अखाड़े की ओर से संयुक्त रूप से पेशवाई निकाली जाती थी, लेकिन इस बार जूना अखाड़ा भी इसमें शामिल होगा। अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम गिरि महाराज ने बताया कि इस शोभायात्रा का नेतृत्व आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशनंद महाराज (जूना अखाड़ा) और आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद महाराज (निरंजनी अखाड़ा) करेंगे। इस दौरान करीब 20 रथ शामिल होंगे, जिनमें महामंडलेश्वर, श्रीमहंत और अन्य प्रमुख संत विराजमान रहेंगे।
Highlights
महाशिवरात्रि पर शिवमय होगी काशी
इस भव्य आयोजन से काशी पूरी तरह शिवमय हो जाएगी। हजारों नागा साधुओं की पेशवाई, लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी, सजे-धजे शिवालय और गंगा घाटों पर होने वाली विशेष आरती के साथ पूरा शहर भगवान शिव के जयकारों से गूंज उठेगा।
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