Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति का पर्व नजदीक है। घर से लेकर बाजारों तक रौनक है। ऐसे में बाजार भी चमक गए हैं। बाजार में गुड़ की पट्टी, लाई-ढूंढा, दाल की पट्टी आदि की डिमांड बढ़ गई है।
मकर संक्रांति के पर्व पर गुड़ से बने सामानों को खाने की परम्परा है। ऐसे में वाराणसी की फ़िज़ा में इन दिनों गुड़ की खुशबू घुलना शुरू हो गई है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कारीगर गुड़ से तरह-तरह के सामान बनाने में लग गए हैं। कारीगर गुड़ की पट्टी, लाई-ढूंढा, दाल की पट्टी, काले तिल का लड्डू, सफ़ेद तिल और गुड़ का लड्डू, तिलकुट आदि कारीगर तेज़ी से तैयार करने में लगे हैं, तो बाज़ारों में दुकानें भी सज गई हैं।
15 को मनेगी Makar Sankranti
इस वर्ष मकर संक्रांति [Makar Sankranti] का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। इसे लेकर शहर भर में जगह-जगह तिलकुट, लाई, पट्टी आदि की दूकानें सज गई हैं। दुकान पर बिकने को सजे ढूंढा, गजक, लाई- चिउड़ा और गजक सहित तरह-तरह के पट्टी की जमकर बिक्री हो रही है, जिससे दुकानदार गदगद हैं। इस दिन शादीशुदा बेटियों को शगुन के तौर पर खिचड़ी भेजने की भी परम्परा है। इसके लिए बुजुर्ग लोग दुकानों पर अपने-अपने पसंद की खाद्य सामग्री खरीद रहे हैं। पिछले वर्ष की अपेक्षा गुड़/चीनी से बने खाद्य पदार्थों के दाम में 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, बावजूद इसके महंगाई का कोई खास असर बाजार में दिखाई नहीं दे रहा है।
चेतगंज स्थित एक दुकान की अधिष्ठाता मुस्कान गुप्ता ने बताया कि इस बार तिल के खजूर की पट्टी विशेष है। इसके अलावा खजूर के बादाम की पट्टी भी अवेलेबल है। इस बार खोये के तिल कि बर्फी अवेलेबल है। इसके साथ ही कई वेराइटी की पट्टी मौजूद हैं।