धागा मिश्री गन्ने या ताड़ के रस से बनायी जाती है। यह सामान्य चीनी से कम मीठी एवं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। धागे वाली मिश्री के फायदे बहुत हैं इसलिए इसके औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में इसका आदिकाल से प्रयोग किया जाता है। ये हमें किन-किन चीज़ों में फायदा दे सकता है इसके बारे में जानेंगे…
धागे वाली मिश्री के फायदे-
दस्त में लाभ
धागे वाली मिश्री की तासीर ठंडी होने के कारण पेट की गर्मी की वजह से होने वाले दस्त में धागे वाली मिश्री के सेवन से राहत मिलती है। दस्त होने पर आधा चम्मच मिश्री, आधा चम्मच धनिया के साथ एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से दस्त में आराम मिलता है। दस्त के कारण होने वाली कमज़ोरी भी दूर होती है।
मुंह की दुर्गंध दूर करने में
खाने के बाद सौंफ के साथ मिश्री का सेवन मुंह की दुर्गंध खत्म कर साँसों को खुशबूदार बनाता है।
सर्दी एवं जुकाम में लाभकारी
मिश्री को धीरे-धीरे चूसने पर साइन की जकड़न खत्म होती है एवं सर्दी-जुकाम से रागत मिलती है।
बच्चों के लिए फायदेमंद
बच्चों के मानसिक एवं शरीरिक विकास के लिए गर्म दूध में मिश्री लेना बहुत फायदेमंद है।
Anupama Dubey