Mother Halima Award : विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाना और समाज को एक दिशा देना महत्वपूर्ण कार्य है। ज्ञान और सम्मान देना तो अनमोल है। यह भूमिका मदर हलीमा फाउंडेशन पिछले 25 वर्षों से बखूबी निभा रहा है जिसकी प्रशंसा जितनी की जाये उतनी कम है। उक्त बातें बसंत कॉलेज फॉर वोमेंस की प्रिंसिपल डॉ. अलका सिंह ने मदर हलीमा सेंट्रल स्कूल में सम्मान {Mother Halima Award} समारोह में कहीं।



कई क्षेत्रों के लिए दिया गया सम्मान
आज रविवार को मुकिमगंज स्तिथि मदर हलीमा सेंट्रल स्कूल में मदर हलीमा फाउंडेशन की ओर से मदर हलीमा सम्मान {Mother Halima Award समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें उर्दू अदब और इस्लामिक स्टडीज़ के साथ-साथ हिन्दी साहित्य, नाट्य निर्देशन, पत्रकारिता, खेल व समाजिक कार्यों में अपना विशेष योगदाने देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जहाँ एक ओर बनारस की विभूतियों को सम्मानित किया गया वहीं दूसरी ओर फ़रह जमाल ने गजल की प्रस्तुति से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया।



इन विभूतियों को किया गया Mother Halima Award से सम्मानित
बता दें कि इन सम्मानजनों {Mother Halima Award} में उर्दू अदब और इस्लामिक स्टडीज़ पर उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉ. अनीस अजमल को ‘निशाने बनारस’ से जबकि हिन्दी साहित्य, नाट्य निर्देशन, पत्रकारिता, खेल व समाजिक कार्य में महत्वपूर्ण एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए शशिकला पांडेय, सलीम राजा, प्रदीप श्रीवास्तव, कुलदीप खन्ना और रिजवाना परवीन को ‘मदर हलीमा निगारे बनारस एवार्ड से नवाज़ा गया।


कार्यक्रम {Mother Halima Award} में विशिष्ठ अतिथि के रूप में डॉ. अफ़ज़ल मिसबाही असीसिटेंट प्रोफेसर महिला महा विद्यालय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एवं मुख्य समाज सेवी रंजना गौड़ मौजूद रहीं। इस दौरान स्कूल डायरेक्टर नोमान हसन ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुये मदर हलीमा एवार्ड के इतिहास और मदर हलीमा फाउंडेशन के कार्यों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से इरफ़ान हसन, आरिफ़ जमाल, सुदेश खन्ना, सुबहान हसन, अरशद, वज़ीहुल, अजना, आर.के. पांडेय, सैयद नईम, शालिनी, अकमल जमाल के अतिरिक्त सम्मानित नागरिक की विशेष उपस्थिति रही। वहीं कार्यक्रम का संचालन इमरान हसन ने और धन्यवाद मनीषा मिश्रा ने किया।

