Mathura: 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज हैं। वहीं चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मथुरा दौरे को लेकर भी अटकलें शुरू हो गई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी लोकसभा के चुनाव में मथुरा एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकता है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, हिंदुत्व के मुद्दे पर चलने वाली बीजेपी के ओर से लोकसभा के चुनाव में एजेंडे के तौर पर मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि को भी शामिल किया जा सकता है।
दरअसल, श्री कृष्णा जन्मभूमि मथुरा [Mathura] पर सपा और भाजपा के ओर से गतिविधियां तेज हो गई हैं। ये गतिविधियां संकेत दे रही हैं कि कहीं न कहीं कान्हा को ध्यान में रखकर ही लोकसभा चुनाव 2024 की स्क्रिप्ट लिखी जा रही है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा भी चुनावी घोषणा पत्र में उठ सकता है। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव स्वयं को श्रीकृष्ण का वंशज बताने से पीछे नहीं हटते।
Mathura में बीजेपी फिर खेल सकती है हिंदुत्व कार्ड
भाजपा हिंदुत्व के मुद्दे पर हमेशा से मुखर रही है और सूत्रों के मुताबिक, इस बार भी वह मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा चुनाव में उठा सकती है। वहीं सपा अपने मुस्लिम वोटबैंक को देखते हुए इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो० रामगोपाल यादव ने भी पिछले दिनों वृन्दावन में एक कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा था कि वे कृष्ण भक्त हैं।
पीएम-सीएम के बाद भागवत भी करेंगे मथुरा का दौरा
बीजेपी के ओर से सीएम योगी भी अकसर वृन्दावन और मथुरा के चक्कर लगाते रहे हैं। ऐसे में यह स्पष्ट हो रहा है कि बीजेपी अयोध्या और काशी के बाद अब मथुरा को साधने की तैयारी में है। गुरुवार को पीएम मोदी का मथुरा दौरा है। इसके बाद संघ प्रमुख मोहन भगवत भी 28 नवम्बर को फरह का दौरा करेंगे।
महाराष्ट्र के सीएम भी पहुंचे थे Mathura
बीते सप्ताह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस भी मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंचे। उन्होंने इस दौरान जन्मभूमि और ईदगाह मस्जिद के बीच चल रहे विवादों, कोर्ट में चल रहे केसों की स्थिति और उनके समर्थन में चल रहे तथ्यों, तर्कों और साक्ष्यों की जानकारी ली थी।
राजनीति के जानकारों की मानें तो आगामी लोकसभा चुनाव में श्रीकृष्ण जन्मभूमि [Mathura] और ईदगाह कमेटी विवाद काफी खासा महत्वपूर्ण होने जा रहा है। जानकार बताते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के पास राम मंदिर का मुद्दा था। इस मुद्दे पर वह जीती। अब यह मुद्दा सुलझने के बाद बीजेपी मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुद्दा बना सकती है।
जो राम को लाए हैं, वे कृष्ण को भी लाएंगे
भाजपा के कई नेता अभी से बयान देने लगे हैं कि ‘जो राम को लाए हैं, वे कृष्ण को भी लाएंगे’। इधर, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव मथुरा मुद्दे पर अपनी चुप्पी साधे हुए हैं। इसके पीछे का कारण उनका मुस्लिम वोट बैंक बताया जा रहा है। जबकि अखिलेश यादव स्वयं को कृष्ण का वंशज बताने से कभी चुकते नहीं हैं। हालांकि कुछ मीडिया गलियारों से यह भी खबर है कि अखिलेश यादव, यादव वोटों सहित सॉफ्ट हिंदुत्व के एजेंडे पर काम कर रहे हैं।
Highlights
श्रीकृष्ण जन्मभूमि [Mathura] न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि राजनीतिक हलचल इस ओर साफ़ इशारा कर रही है कि 2024 का चुनाव जन्मभूमि ईदगाह-प्रकरण के इर्द गिर्द रहेगा। सरकार को चाहिए कि वह इस मामले की प्रतिदिन सुनवाई के लिए हाईकोर्ट में भी पैरवी करे। जिससे इस वोवाद का निपटारा जल्दी हो।