एक के बाद एक दर्ज हो रही याचिका, कभी सुनवाई तो खारिज हो रही याचिका लेकिन ज्ञानवापी का मामला दिन-पर-दिन तुल ही पकड़ते जा रहा है। ज्ञानवापी मस्जिद के कोर्ट कमीशन के सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग पर कई विवादित बयान भी किए जा रहें हैं। ऐसे ही कई विवादित बयान अखिलेश यादव, ओवैसी और अन्य कई नेताओं द्वारा भी किया गया। कथित शिवलिंग को लेकर विवादित बयान देने और मुस्लिम पक्ष के द्वारा वहां वजूखाना होने से फैलायी गयी गन्दगी की निगरानी याचिका (Monitoring Petition) पर आज शनिवार को सुनवाई की जाएगी। यह सुनवाई अपर जिला जज नवम विनोद कुमार सिंह की अदालत में की जाएगी।
दरसल, निगरानीकर्ता (Monitoring Petition) अधिवक्त्ता हरिशंकर पाण्डेय ने लोअर कोर्ट के आदेश को चुनौती तो दी थी लेकिन कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया था। याचिकाकर्ता हरिशंकर पाण्डेय ने बताया कि ज्ञानवापी परिरस बाबा भोलेनाथ का है यह तो सर्वे में पता चल गया और वहां बाबा आदिविश्वेश्वर का शिवलिंग भी मिला है जिसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी सहित कई नेताओं ने गलत और विवादित टिप्पणी दिया है जो बेहद गलत व निंदनीय बात है।
Monitoring Petition : नेताओ और पदाधिकारियों पर दर्ज हो मुकदमा
इसके अलावा जहां यह कथित शिवलिंग मिला है। वहां पर वजूखाना होने से मुस्लिमों द्वारा वजू कर गंदगी फैलायी जाती रही है जिसके चलते हिन्दूओं की भावना को ठेस पहुंची है। ऐसे में अखिलेश यादव, ओवैसी और अंजुमन इंतेजामिया मसजिद कमेटी के पदाधिकारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाना चाहिए।
बताते चलें कि याचिकाकर्ता (Monitoring Petition) हरिशंकर पाण्डेय ने इससे पहले निचली अदालत में याचिका दर्ज की गयी थी जो खारिज कर दिया गया था। इसलिए जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में उन्होंने यह याचिका दायर की और अब जिला जज के आदेश के बाद अपर जिला जज नवम विनोद कुमार सिंह सुनवाई करेंगे।