- भाजपा कोर कमेटी की ओर से आवेदकों की बनाई जा रही है सूची
- पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के चलते इस पद पर टीकीं हैं सबकी निगाह
वाराणसी। निकाय चुनाव धीरे-धीरे नजदीक आ रहा है। जिसे लेकर सत्ताधारी दल भाजपा ने महापौर पद पर मंथन शुरू कर दिया है। कोर कमेटी की ओर से आवेदकों की सूची तैयार की जा रही है। जिसमें कांट छांट कर संभावित सूची को आलाकमान तक पहुंचाया जाना है। जिसपर अंतिम मुहर दिल्ली से लगाई जाएगी।
जैसा कद वैसी बिसात, एक दशक से देश की सबसे बड़ी राजनितीक पार्टी के तौर पर उभरी भारतीय जनता पार्टी का कूनबा वर्तमान समय में काफी विकसीत हो गया है। बड़े से लेकर छोटे चुनावों में भी पार्टी मजबूती साबित करने में जुटी रहती है। ऐसे में प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र और निकाय चुनाव पार्टी के लिए बड़ी चुनौती के रूम में देखा जा रहा है। 25 वर्षों से महापौर की सीट पर कब्जा जमा चुकी भाजपा को इस बार के चुनाव में भी जीत की आस है। जिसके लिए पार्टी अभी से फूंक फूंक कर कदम रख रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो हर बार की तरह इस बार भी महापौर की सीट पर अंतिम मुहर दिल्ली आलाकमान द्वारा ही लगाया जाएगा। जिसमें लोकल कमेटी की ओर से सूची तैयार कर दिल्ली भेजने की तैयारी है। पार्टी के स्थानीय कमेटी को केंद्रीय नेतृत्व का समय-समय पर मार्गदर्शन मिले। इसके लिए चुनाव से पहले शहर में केंद्रीय नेताओं का भी जमावड़ा हो रहा है। बहाना चाहे जो हो लेकिन इनका फोकस निकाय चुनाव पर केंद्रीत है। अंदरखाने की बात की जाए तो पार्टी की दमदारी के लिए बुथवार कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से चुनाव के लिए तैयार किया जा रहा है। जिसके लिए बाकायदा वार्ड स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं।
क्षेत्रों में सर्वे के लिए बनाई जा रही टीम
महापौर सहित वार्ड के पार्षद उम्मीदवारों की जमीनी हकीकत भांपने के लिए क्षेत्रीय सर्वे कराए जाने की तैयारी हो रही है। पार्टी की ओर से इसके लिए टीमों का गठन कर क्षेत्र के चौराहों और अढ़ियों पर तैनात किया जा रहा है। ताकि आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का आंकलन सही से किया जा सके। वहीं महापौर पद पर किस नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है, इसपर भी विशेष निगाह रही जा रही है। इनकी रिपोर्ट तैयार कर कोर कमेटी के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
फूंक फूंक कर रख रहे कदम
उम्मीदवारों के चयन के लिए पार्टी काफी सतर्कता भी बरत रही है। इसके लिए उम्मीदवारों के बैकग्राउंड भी खंगाले जा रहे हैं। इनमें उम्मीदवार का जनता के बीच रुझान, चरित्र और उसकी लोकप्रियता के साथ उसकी चुनाव जीतने की संभावनाओं का भी विशेष तौर पर आंकलन लगाया जा रहा है। मंडल स्तर पर इनकी पहली सूची तैयार कर उसे महानगर कमेटी और उसके बाद निकाय चुनाव संयोजनक व प्रभारी के पास भ्ोजा जाएगा। जिसपर अंतिम फैसला लिया जाएगा। हर वार्डों से तीन उम्मीदवारों के आवेदन लिए जा रहे हैं। इसके साथ महापौर का आवेदन महानगर अध्यक्ष व कमेटी में निर्धारित अन्य पदाधिकारियों के पास किया जा रहा है। पार्टी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी को महापौर पद पर अब तक लगभग 50 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
काशी का मेयर कैसा हो…?
निकाय चुनाव की तैयारियां तेज हैं। हालांकि अभी चुनाव की अधिसूचना जारी नहीं हुई है। लेकिन विभिन्न पार्टियों में संभावित प्रत्याशियों की दावेदारी की कवायद परवान चढ़ रही है।

भारतीय लोकतंत्र में उम्मीदवारों का चयन पार्टियों द्वारा होता है। वो जिसे टिकट देती हैं, वही चुनावी जंग में ताल ठोकते हैं। पार्टियों के चयन का अपना पैमाना होता है, उनकी तवज्जो सिर्फ जिताऊ कैंडिडेट पर होती है। इस प्रक्रिया में मतदाता की राय कोई मायने नहीं रखती। मेयर प्रत्याशी के गुण दोष को लेकर लोग क्या सोचते हैं इसे सामने लाने के मकसद से जनसंदेश टाइम्स ने ‘अपका मेयर कैसा हो’ श्रंखला शुरू की है। इस कड़ी में हमारी ओर से समाज के विभ्िान्न तबके के अलग-अलग लोगों की राय लेने का क्रम शुरू किया जा रहा है। कुछ लोगों तक हम खुद पहुंचेंगे और जिन तक हम नहीं पहुंच पायें, वो खुद भी हमें अपनी राय लिखकर दे सकते हैं, हम उसे भी सामने रखने का प्रयास करेंगे। आप संबंधित जानकारी हमारे ईमेल- jansandeshvaranasi@gmail.com या व्हाटसएप्प नंबर 9696126371 पर भेज सकते हैं।