वाराणसी। बिहार के सासाराम की रहने वाली NEET की तैयारी कर रही छात्रा स्नेहा कुशवाहा की मौत के बाद एक नया विवाद सामने आया है। पोस्टमॉर्टम हाउस में छात्रा के गहनों की चोरी का मामला उजागर हुआ है। आरोप है कि शव परीक्षण केंद्र के कर्मचारियों ने गले की सोने की चेन, कान की बाली (टॉप्स) और नथुनी निकालकर नकली गहनों की पोटली पुलिस को सौंप दी। परिजनों को जब इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद भेलूपुर थाना पुलिस ने तीन कर्मचारियों—शम्स परवेज, सुरेश लाल और राजेश कुमार—के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।
NEET छात्रा की संदिग्ध मौत से उठा विवाद
बिहार के सासाराम की रहने वाली स्नेहा सिंह पिछले छह महीनों से वाराणसी में रहकर NEET की तैयारी कर रही थी। 1 फरवरी को उसका शव जवाहर नगर एक्सटेंशन के एक हॉस्टल में पंखे से लटका हुआ मिला। घटना की जानकारी मिलने पर स्नेहा के माता-पिता वाराणसी पहुंचे। वहां उन्होंने हॉस्टल संचालक पर मानसिक प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाया।
शुरुआती जांच में पुलिस ने इसे आत्महत्या मानते हुए हत्या की आशंका को खारिज कर दिया। लेकिन जब छात्र-छात्राओं और समाजसेवी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया, तो पुलिस को दबाव में आकर हत्या का मुकदमा दर्ज करना पड़ा।
गहनों की अदला-बदली का खुलासा कैसे हुआ?
2 फरवरी को जब परिजन स्नेहा का अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे थे, तब उन्हें शव पर गहनों की कमी महसूस हुई। स्नेहा हमेशा गले में सोने की चेन, कानों में टॉप्स और नाक में नथुनी पहनती थी, लेकिन ये गहने उसके शव पर नहीं थे।
शक होने पर स्नेहा के पिता सुनील कुमार फिर से वाराणसी आए और भेलूपुर थाने में गहनों के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम हाउस से मिले गहने उन्हें सौंप दिए, लेकिन जब वे घर पहुंचे और पत्नी को गहने दिखाए, तो उन्होंने साफ कहा—ये नकली गहने हैं, ये हमारी बेटी के नहीं हो सकते।
पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारियों की करतूत उजागर
इसके बाद स्नेहा के पिता ने पुनः भेलूपुर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारियों से पूछताछ की, जहां गहनों की अदला-बदली की साजिश का पर्दाफाश हुआ।
जांच में सामने आया कि पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारियों ने असली गहने निकालकर नकली गहनों की पोटली बनाकर पुलिस को सौंप दी थी। जब पुलिस ने कर्मचारियों से सख्ती से पूछताछ की, तो वे बहाने बनाने लगे। बाद में स्वीकार किया कि गलती से नकली गहने दे दिए थे और अब असली गहने परिजनों को वापस कर दिए गए हैं।
तीन कर्मचारियों पर केस दर्ज, जल्द होगी गिरफ्तारी
भेलूपुर थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्रा ने बताया कि इस मामले में पोस्टमॉर्टम हाउस के तीन कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ में उन्होंने अपनी गलती मानी है, लेकिन जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस का कहना है कि यह एक संवेदनशील मामला है और इसकी गहराई से जांच की जा रही है। गहनों की चोरी के अलावा, पुलिस छात्रा की मौत के असली कारणों की भी पड़ताल कर रही है।
परिजनों की मांग—बेटी के लिए न्याय चाहिए
स्नेहा के माता-पिता अब भी इस घटना को हत्या मान रहे हैं। उनका कहना है कि बेटी पढ़ाई में काफी अच्छी थी और उसने कभी किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया था। वे मानते हैं कि हॉस्टल संचालक और अन्य लोगों ने उनकी बेटी की हत्या की है।
पिता सुनील कुमार ने कहा, “मेरी बेटी डॉक्टर बनना चाहती थी। वह बड़े सपने लेकर वाराणसी आई थी, लेकिन उसकी जिंदगी छीन ली गई। अब पुलिस इस मामले को आत्महत्या बता रही है, जबकि हमें न्याय चाहिए। हम दोषियों को सजा दिलाकर ही दम लेंगे।”
Comments 1