वाराणसी। गंगा किनारे के गांवों में भी शहर की तर्ज पर सफाई व्यवस्था लागू होगी। इसके तहत डोर टू डोर कूड़ा उठान होगा। तरल व ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बायो गैस प्लांट भी लगाया जाएगा।
अपर जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र पांडेय ने बताया कि अन्य गांवों की तरह ही गंगा से सटे 38 गांवों में भी शहर के तर्ज पर सफाई व्यवस्था लागू होगी। इसमें चोलापुर के छह गांव, काशी विद्यापीठ के 14 गांव और चिरईगांव के 18 गांव शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसमें करीब दस करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद शहर की तरह ही इन गांवों में भी डोर टू डोर कूड़ा उठाया जाएगा। गांवों में पानी निकासी के लिए नाली का निर्माण होगा। इसके साथ ही सोक पिट, कंपोज पिट, कूड़ा संग्रह केंद्र, सामुदायिक शौचालय बनाए जाएंगे। इसके साथ ही आवश्यकतानुसार बायो गैस प्लांट लगाया जाएगा। जिसकी प्रत्येक की लागत 50 लाख रुपये होगी। उन्होंने बताया कि इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को मंजूरी के लिए भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही काम शुरू होगा।