वाराणसी। संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती (Ravidas Jayanti) के अवसर पर देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु वाराणसी पहुंचे हैं। संत निरंजन दास के नेतृत्व में 500 से अधिक एनआरआई सहित 2000 साधु-संत और अनुयायी सोमवार को काशी पहुंचे। इस मौके पर गुरु रविदास जन्मस्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन संत निरंजन दास का भव्य स्वागत किया गया।

बेगमपुरा एक्सप्रेस देरी से पहुंची, भव्य स्वागत के साथ संत रविदास मंदिर रवाना
रविदास जयंती समारोह में सम्मिलित होने के लिए रविवार को जालंधर से बेगमपुरा विशेष ट्रेन रवाना हुई थी, जो निर्धारित समय दोपहर 12 बजे के बजाय शाम 4 बजे कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। प्लेटफार्म नंबर 9 पर ट्रेन से उतरते ही श्रद्धालुओं ने संत निरंजन दास जी का पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया। पंजाब पुलिस और सेवादारों की सुरक्षा में वे सीर गोवर्धनपुर स्थित संत रविदास मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने श्री गुरु रविदास जी के चरणों में शीश नवाया और अरदास की।

सीर गोवर्धनपुर में जयंती (Ravidas Jayanti) समारोह की भव्य तैयारियां
संत रविदास जी की जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर को भव्य रूप से सजाया गया है। मंदिर परिसर और सभा पंडाल में रंग-बिरंगी लाइटों से विशेष सजावट की गई है। लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए श्रद्धालुओं के ठहरने, लंगर और सत्संग के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
एनआरआई अनुयायियों का आगमन जारी, कई देशों से श्रद्धालु पहुंचे
मंदिर प्रबंधन ने बताया कि अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, दुबई और थाईलैंड से श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। 12 फरवरी को आयोजित रविदास जयंती समारोह में लाखों श्रद्धालु मत्था टेकने के लिए आने वाले हैं।

रविदास पार्क में दीपदान और सत्संग का आयोजन
संत निरंजन दास जी ने श्रद्धालुओं के साथ रविदास पार्क में दीपदान किया और सत्संग का आयोजन किया। इस दौरान गुरु रविदास जी के विचारों और शिक्षाओं को श्रद्धालुओं के बीच साझा किया गया।
खालिस्तान समर्थकों पर कड़ी नजर, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
हर साल कनाडा, इंग्लैंड और अमेरिका से बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी पहुंचते हैं। ऐसे में खालिस्तान समर्थकों की संभावित गतिविधियों को लेकर लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU), इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) विशेष सतर्कता बरत रहा है।

- इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए निगरानी की जा रही है।
- खालिस्तान टाइगर फोर्स, खालिस्तान कमांडो फोर्स और सिख फॉर जस्टिस जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
- मेला क्षेत्र में देश विरोधी गतिविधियों या किसी संदिग्ध बातचीत पर सख्ती से निगरानी रखी जाएगी।
सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए सीर गोवर्धनपुर में दो अस्थायी पुलिस चौकियां बनाई गई हैं। पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
- बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड की टीम को तैनात किया गया है।
- 6 इंस्पेक्टर, 115 पुरुष दरोगा, 35 महिला दरोगा, 225 पुरुष सिपाही, 45 महिला सिपाही और दो कंपनी पीएसी के जवानों की तैनाती की गई है।
- आग से सुरक्षा के लिए दो फायर टेंडर भी मेला क्षेत्र में मौजूद रहेंगे।

प्रशासन पूरी तरह सतर्क, यातायात और व्यवस्था को लेकर निर्देश जारी
लंका थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्र ने बताया कि श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
- पीडब्ल्यूडी, नगर निगम और बिजली विभाग को पहले ही निर्देश दिया गया था कि श्रद्धालुओं के मार्ग को व्यवस्थित रखा जाए।
- यात्रा मार्ग पर कहीं भी सीवर का पानी न बहने दिया जाए और बिजली के तार लटके न हों।
- मंदिर प्रशासन को पुलिस का सहयोग करने और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

12 फरवरी को होगा भव्य आयोजन, लाखों श्रद्धालु होंगे शामिल
संत रविदास जयंती पर 12 फरवरी को लाखों श्रद्धालु गुरु के चरणों में शीश नवाने के लिए पहुंचेंगे। इस अवसर पर विशेष सत्संग, शोभायात्रा और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।