बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बुधवार को जहां 10 थी। वहीँ शाम होते होते यह संख्या 20 तक पहुंच गई। जिसे लेकर विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी ने शराब से होने वाली इन मौतों के लिए बिहार सरकार को दोषी ठहराया। साथ ही सदन के अंदर और बाहर नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
विपक्ष के हमले के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपना आप खो दिया। गुस्से में उन्होंने BJP विधायकों की तरफ इशारा किया और कहा- क्या हो गया, ए, चुप हो जाओ। मुख्यमंत्री के इस व्यवहार से BJP विधायक नाराज हो गए और नीतीश कुमार को माफी मांगने को कहा। भारी हंगामे के बाद सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
नेताओं के विवादित बयान
बता दें कि बिहार में शराब बंदी है। लेकिन इसके बावजूद ऐसी अप्रिय घटना घटी। इससे पूर्व कुछ ही दिनों पहले बिहार राजद के नेता व एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने शराब को लेकर विवादित बयान दिया था। राजद नेता ने कहा था कि जीना मरना चलता रहता है। बिहार के लोग शराब बंदी के लिए तैयार नहीं हैं। बिहार में शराब भगवान की तरह है। दिखती कहीं भी नहीं, लेकिन मिलती सब जगह है।
राजद एमएलसी के बयान को शह देते हुए बेगुसराय से सांसद व केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह भी उन्हीं की भाषा बोलने लगे। गिरिराज सिंह ने कहा कि जैसे भगवान हर जगह मौजूद होते हैं, लेकिन किसी को दिखते नहीं। वैसे ही बिहार में शराब हर जगह मिलती है, लेकिन दिखती कहीं नहीं। नीतीश कुमार को लगता है कि शराब की तस्करी में बीजेपी का हाथ है, तो वे कार्यवाही करें, रोका किसने है।