- जितेन्द्र श्रीवास्तव
OBC Voters: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए वोटरों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए राजनीतिक दलों में होड़ लगी हुई है। कमोवेश सभी राजनीतिक दल हर वर्ग के वोटरों को रिझाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे इस्तेमाल कर रही है। देश का सबसे बड़ा राज्य होने के नाते उत्तर प्रदेश पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। ऐसे में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी भला कहां पीछे रहने वाली है।
केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं की बदौलत वोटरों [OBC Voters] को रिझाने में भाजपा कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है। ऐसे में भाजपा आगामी लोकसभा के सियासी जंग में ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ को सशक्त हथियार बनाने में अभी से जुट गयी है। लखनऊ में हुई कार्यशाला के दौरान पार्टी के शीर्ष नेताओं ने कार्यकर्ताओं को इस बाबत प्रशिक्षण देकर इसके लिए हर जिले में अलग टीम बनाने पर जोर दिया है।
राजनीतिक गलियारों में गहरी नजर रखने वालों की माने तो लोकसभा चुनाव-2024 से पहले सभी राजनीतिक दल ओबीसी वोटरों [OBC Voters] को अपनी ओर करने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी के ओबीसी वोटरों पर खास नजर रखी जा रही है। ओबीसी वोटरों के मसले पर भाजपा पूरी तरह गंभीर है। यहीं वजह है कि भाजपा प्रदेश के विभिन्न जिलों में दलित सम्मेलन आयोजित कर रही है। 17 अक्टूबर को शुरू हुआ दलित सम्मेलनों का सिलसिला आगामी दो नवम्बर को रमाबाई अंबेडकर मैदान में एक रैली के साथ समाप्त होगा।
पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा ओबीसी वर्ग तक ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ पहुंचाने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में अभियान [OBC Voters] चलाने की योजना बना रही है। इसके लिए विधानसभावार अलग से टीम बनाई जा रही हैं। ये टीमें ओबीसी के बीच पहुंचकर उन्हें इस योजना के फायदे बताएंगी और उन्हें रोजगार से जोड़ने का प्रयास करेगी। इस अभियान के यूपी प्रभारी और केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने लखनऊ प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यशाला में हर विधानसभा क्षेत्र में टीम बनाने के लिए ट्रेनिंग की शुरूआत की। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी मौजूद थे।
पार्टी सूत्रों की मानें तो कार्यशाला में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ हस्तशिल्पियों के लिए कारगर [OBC Voters] साबित हो रही है। पुश्तैनी कारीगरों को इससे जोड़ा जाना चाहिए। चाहे वह गलीचा बीनने वाले हो या फिर दरियां बनाने वाले, बर्तन बनाने या बाल काटने वाले, खिलौने बनाने वाले हो या फिर माला गूथने वाले। इसके अलावा कारपोंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार आदि। इन सभी लोगों को पदाधिकारी और कार्यकर्ता विश्वकर्मा योजना का फायदा दिलवाने की कोशिश करेंगे।
OBC Voters: देश की अर्थव्यवस्था की मजबूत कड़ी है हस्तशिल्पी
पार्टी सूत्रों की माने तो कार्यशाला में प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारी, सांसद, विधायक और कार्यकर्ता बूथ स्तर तक पहुंचकर पात्र हस्तशिल्पियों को योजना की जानकारी देंगे और उन्हें योजना से जोड़ने के लिए प्रेरित करेंगे। प्रत्येक कार्यकर्ता अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में एक-एक हजार लोगों की सूची बनाकर उनका पंजीकरण करवायेंगे और लोन दिलाने में मदद करेंगे। इस योजना में 18 तरह के परंपरागत कार्यों को शामिल किया गया है। क्योंकि ये हस्तशिल्पी देश के अर्थव्यवस्था की मजबूत कड़ी है।