Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां हरकत में हैं। इसी कड़ी में भारतीय वायुसेना ने सेंट्रल सेक्टर में एक महत्वपूर्ण युद्धाभ्यास शुरू किया है। इस अभ्यास में अत्याधुनिक राफेल और सुखोई-30 फाइटर जेट्स हिस्सा ले रहे हैं। वायुसेना के अनुसार यह एक नियतकालिक प्रशिक्षण अभ्यास है, लेकिन इसकी टाइमिंग को देखते हुए रणनीतिक रूप से इसे काफी अहम माना जा रहा है।
इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान जटिल हवाई अभियानों का अभ्यास कर रहे हैं। एक्सरसाइज में न केवल सेंट्रल जोन के स्क्वाड्रन, बल्कि पूर्वी भारत से भी एयरफोर्स के संसाधनों को तैनात किया गया है। एयरफोर्स हेडक्वॉर्टर द्वारा इस पूरे अभियान की बारीकी से निगरानी की जा रही है।
गौरतलब है कि भारत के पास फ्रांस से प्राप्त 36 राफेल जेट्स की दो स्क्वाड्रन हैं—एक अंबाला और दूसरी पश्चिम बंगाल के हाशीमारा में। राफेल जेट्स मल्टी-रोल क्षमताओं से लैस हैं, जो एक ही मिशन में चार तक ऑपरेशन पूरे कर सकते हैं। ये न केवल पाकिस्तान के F-16, बल्कि चीन के J-20 जैसे विमानों पर भी भारी पड़ते हैं।
पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा बलों ने सभी मोर्चों पर सक्रियता बढ़ा दी है। इसी सप्ताह भारतीय नौसेना ने भी अरब सागर में मिसाइल परीक्षण किया था। अब एयरफोर्स ने युद्धाभ्यास के जरिए अपनी आक्रामक क्षमता का प्रदर्शन किया है।
Pahalgam Attack: पुलवामा के बाद हुआ था एयर स्ट्राइक
पिछले उदाहरणों को देखा जाए तो फरवरी 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। उस समय मिराज-2000 जेट्स का इस्तेमाल हुआ था, लेकिन अब वायुसेना के पास राफेल जैसे अत्याधुनिक फाइटर और रूस से प्राप्त S-400 एयर डिफेंस सिस्टम भी मौजूद है, जो भारत की वायु सुरक्षा को और भी अजेय बना रहा है।