वाराणसी (Varanasi) में छात्र हेमंत सिंह पटेल की हत्या को लेकर गुस्सा फूट पड़ा है। शनिवार को अपना दल कमेरावादी के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय की ओर मार्च कर ज्ञापन सौंपने निकले। उनके साथ सिरातू विधानसभा क्षेत्र की विधायक पल्लवी पटेल भी मौजूद थीं। जैसे ही प्रदर्शनकारी जनसंपर्क कार्यालय से करीब 150 मीटर दूर गुरुधाम चौराहे पर पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोक लिया।

Varanasi: गुरुधाम चौराहे पर पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोका
इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं (Varanasi) के बीच काफी नोकझोंक भी हुई। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहे, पुलिस ने बैरिकेडिंग करके सभी को रोकने के प्रयास किया, जिसके बाद पल्लवी पटेल बैरिकेडिंग पर चढ़ गईं। उनकी DCP-ACP से बहस हो गई। वह कहने लगीं- मुझे उस पार जाना है…सामने से हटो। पुलिस ने उनको आगे नहीं जाने दिया।

इसके बाद आक्रोशित कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठकर धरनारत हो गए और पल्लवी पटेल के साथ धरने पर बैठे पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दिया। उन्होंने इस घटना में शामिल लोगों को फांसी देने की मांग की। मौके पर मौजूद अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया, जिसके बाद पल्लवी पटेल ने डीसीपी काशी जोन से वार्ता कर उन्हें अपनी मांगों का ज्ञापन सौपा।

अपना दल कमेरावादी के कार्यकर्ता शिवपुर (Varanasi) में छात्र की हत्या के विरोध में न्याय की मांग करते हुए ज्ञापन देने जा रहे थे। वे प्रशासन से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे।

पार्टी की पांच प्रमुख मांगें
- हेमंत सिंह पटेल की हत्या के मुख्य षड्यंत्रकारी विद्यालय प्रबंधक रामबहादुर सिंह सहित सभी दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए।
- घटना में शामिल ज्ञानदीप इंग्लिश स्कूल, नटीनियादाई, वाराणसी की सभी मान्यताएं रद्द कर संस्थान को सील किया जाए।
- पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का आर्थिक मुआवजा तत्काल प्रदान किया जाए।
- पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच किसी वरिष्ठ राजपत्रित अधिकारी की निगरानी में कराई जाए।
- हत्या के आरोपियों को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित किया जाए।

ये है मामला
वाराणसी में 22 अप्रैल को 12वीं के छात्र और अधिवक्ता पुत्र हेमन्त पटेल की की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ज्ञानदीप स्कूल प्रबंधक के बेटे रवि सिंह ने हेमंत को गोली मारी थी, जिसका शव स्कूल (varanasi) के डायरेक्टर के घर में बने कमरे से बरामद हुआ था। हत्या के समय मौके पर छात्र के 2 दोस्त मौजूद थे। जब छात्र को हॉस्पिटल ले जाया गया था, तब डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। FIR में स्कूल प्रबंधक के बेटे यजुवेंद्र सिंह उर्फ रवि, शशांक और किशन का नाम लिखा गया है। इसी मामले को लेकर आज पल्लवी पटेल वाराणसी पहुंची और यह विरोध जताया है।