Pankaj Udhas ‘चिट्ठी आई है…’, ‘ना कजरे की धार…’ जैसे गीतों के अपने सुर से संजोने वाले पंकज नहीं रहे। वेटरन गजल गायक पंकज उधास का 73 वर्ष की उम्र’ में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इसकी जानकारी उनके परिजनों ने दी है।
सोशल मीडिया पर इसकी खबर फैलते ही उनके फैन्स में शोक की लहर दौड़ पड़ी। अब उनके फैन्स नाम भाव से सोशल मीडिया पर नम आँखों से श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
पंकज की बेटी नायाब उधास ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए इसकी अपने पिता के निधन की खबर दी। लिखा कि भारी मन से आपको बताते हुए दुःख हो रहा है कि पद्म श्री पंकज उधास का 26 फरवरी को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया है। जैसे ही यह सूचना नायाब ने अपने सोशल अकाउंट पर डाली, श्रद्धांजलि देने वालों की बाढ़ सी आ गई।
पंकज उधास का जन्म गुजरात के जेतपुर में 17 मई 1951 को हुआ था। पंकज के पास वॉकल, हार्मोनियम, गिटार, पियानो, वायलिन और तबला बजाने का शानदार हुनर था। संगीत के क्षेत्र में वह वर्ष 1980 से एक्टिव थे। उन्होंने ईएमआई और टी-सीरीज जैसे म्यूजिक लेबल के साथ सबसे ज्यादा काम किया है।
Pankaj Udhas: 2006 में मिला था पद्मश्री
साल 2006 में पंकज उधास को गजल गायकी के क्षेत्र में उनके शानदार योगदान के लिए पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया था। साल 2006 में उन्होंने अपनी गजल गायकी के 25 साल पूरे किए थे।
Pankaj Udhas के एल्बम
पंकज की शुरुआती करियर की गजलें आहट 1980, नशा 1980, मुकररर 1981, महफिल 1983 हैं। इसके बाद वह कई फिल्मों के लिए भी गाने गा चुके हैं, जिसमें संजय दत्त स्टारर सुपरहिट फिल्म नाम का सॉन्ग ‘चिट्ठी आई है’ आज भी पॉपुलर है।