Varanasi: वाराणसी में प्रतिबंधित चाइनीज मांझा के कारण जान गंवाने और कई लोगों के घायल होने की घटनाओं ने पुलिस को सख्त कार्रवाई के लिए मजबूर कर दिया है। पतंग और मांझा विक्रेताओं के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोपों में मामले दर्ज कर गिरफ्तारियां की जा रही हैं।
तीन गिरफ्तार, भारी मात्रा में मांझा जब्त
चेतगंज एसीपी गौरव कुमार की अगुवाई में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लल्लापुरा निवासी आजम, चंदुआ छित्तूपुर के जितेंद्र कुशवाहा और कुंदन कुशवाहा को गिरफ्तार किया है। इनके पास से लगभग 150 कुंतल चाइनीज मांझा बरामद (Varanasi) हुआ है। ये आरोपी पूर्वांचल में बड़े स्तर पर इस खतरनाक मांझे की आपूर्ति कर रहे थे।
चौकाघाट फ्लाईओवर पर हुआ दर्दनाक हादसा
हाल ही में 29 दिसंबर को चौकाघाट फ्लाईओवर पर चाइनीज मांझा से हुई दुर्घटना ने इसे लेकर लोगों की चिंताओं को और बढ़ा दिया। मुगलसराय निवासी सुजीत कुमार अपनी ससुराल जाते समय मांझे से बुरी तरह घायल हो गए। उनकी गर्दन पर गंभीर चोट आई, जिसके लिए 14 से अधिक टांके लगाए गए।
Varanasi: शिकायत पर हुई कड़ी कार्रवाई
घटना के बाद सुजीत ने चेतगंज थाने में मामला (Varanasi) दर्ज कराया, जिसमें उन्होंने आरोपियों को चाइनीज मांझा की बिक्री का जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (IPC 304) और हत्या के प्रयास (IPC 307) के तहत केस दर्ज किया।
मांझा कारोबारियों में मचा हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने पूरे शहर में 28 थानों के अंतर्गत चेकिंग अभियान चलाया। पुलिस कमिश्नर के निर्देश के बाद से कई मांझा विक्रेता दुकानें बंद कर भूमिगत हो गए हैं।
एसीपी चेतगंज (Varanasi) ने बताया कि यह पहली बार है जब चाइनीज मांझा के मामले में पतंग विक्रेताओं पर हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। चाइनीज और नायलॉन मांझा से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे इस खतरनाक मांझे का उपयोग न करें और इसकी बिक्री या उपयोग के मामलों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस का अभियान जारी है और शहर को इस जानलेवा मांझे से मुक्त कराने की कोशिश की जा रही है।
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